आगरालीक्स…आगरा में आटो 7—8 सवारी लेकर चलते हैं. चालान होते हैं बाइकों, कारों के. आज एक्सीडेंट हुआ तो 100 आटो के कटे चालान, 150 की आगे की सीटें निकाली
आगरा में आज गुरुद्वारा गुरु का ताल पर आटो सवार छह लोगों की एक्सीडेंट में दर्दनाक मौत हो गई. यह एक दुखद खबर है लेकिन आगरा में आटो चालकों की मनमानी से सभी वाकिफ हैं. आटो चालक एक बार में 7 से 8 सवारी लेकर चलते हैं. नियम में तो पीछे तीन या चार सवारी बैठ सकती हैं लेकिन आगरा में आटो चालक पीछे चार सवारी और आगे आटो चालक के साथ तीन सवारियां और बैठती हैं. आगे बैठने वाली सवारियां अक्सर लटकी हुई होती हैं लेकिन आटो चालक इतने से कम सवारियां लेकर आगे बढ़ते नहीं है. रामबाग चौराहा हो या फिर टेढ़ी बगिया, भगवान टाकीज चौराहा हो या फिर सिकंदरा चौराहा, हर जगह आटो चालकों की यही स्थिति है. एमजी रोड पर आटो प्रतिबंधित हैं लेकिन यहां ई—रिक्शा चालकों की भी यही स्थिति है.
नवंबर माह यातायात माह है और लगातार अभियान चलाया जा रहा है. लोगों को यातायात के प्रति जागरूक किया जा रहा है. नियमों का पालन न करने वालों के चालान भी काटे जा रहे हैं लेकिन देखा जाए तो चालान केवल दोपहिया वाहन चालकों के या चार पहिया वाहन चालकों के ही काटे जाते हैं. आटो या ईरिक्शा चालकों पर कम ही ध्यान दिया जाता है. आज जब गुरुद्वारे पर एक्सीडेंट हुआ और छह लोगों की दर्दनाक मौत हुई तो इस ओर ध्यान देना पड़ा. कुछ ही घंटों में रामबाग से सिकंदरा के बीच में 100 से ज्यादा आटो के चालान किए गए तो वहीं 150 से अधिक आटो की आगे की सीट निकलवाई गई. दस आटो को सीज भी किया गया है.