आगरालीक्स…गुर्दे में पथरी न हो, इससे कैसे बचें. आगरा में जुटे देशभर के यूरोलॉजिस्ट ने बताए तरीके…देखें वीडियो
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में शनिवार से नाथॅ जोन यूरोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया की कार्यशाला शुरू हुई. इसमें गुर्दे की पथरी और पेशाब की समस्याओं पर यूरोलॉजिस्टों ने चर्चा की.
आगरा यूरोलॉजी सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. एमएस अग्रवाल और वरिष्ठ यूरोसर्जन एवं विभागाध्यक्ष यूरोलॉजी प्रोफेसर डॉ. प्रशांत लवानिया ने बताया कि भीषण गर्मी के इस मौसम में पथरी के मरीजों की संख्या में कम से कम 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। ऑपरेशन की जरूरत भी बढ़ गई है। अगर पथरी से बचना है, तो पानी इतना पीना चाहिए कि दिन में तीन लीटर यूरिन हो।
इतना पानी पीएं कि 24 घंटे में तीन लीटर आए पेशाब
गर्मी के कारण शरीर से पसीना बहुत ज्यादा निकल रहा है। किडनी कई तरह की जिम्मेदारी निभाता है, उनमें सबसे प्रमुख है, शरीर में पानी का बैलेंस बनाए रखना। शरीर में पानी 70 प्रतिशत होता है। जब पसीना ज्यादा आता है और लोग जरूरत से कम पानी पीते हैं, तो किडनी यूरिन की मात्रा कम कर देता है। ऐसे में यूरिन पीला सा दिखने लगता है। ऐसा हो, तो समझ लीजिए कि शरीर में पानी की कमी हो रही है, ऐसे में सॉल्ट की सांद्रता बढ़ जाती है। उदाहरण के तौर पर जिस तरह पानी में लगातार नमक मिलाते हैं, तो एक समय के बाद यह नीचे जमना शुरू हो जाता है। इसी तरह से किडनी का हाल होता है, वहां पथरी बनना शुरू हो जाता है। हालांकि यह प्रक्रिया कई महीनों में पूरी होती है। ऐसे में इस गर्मी में पथरी के मरीजों को असहनीय दर्द की समस्या बढ़ गई है। इसके लिए इतना पानी पीएं कि तीन लीटर यूरिन बने। कार्यशाला में अत्याधुनिक विधि से मरीजों के आपरेशन किए गए।
एसएन के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता, रोबोटिक सर्जन डॉ. पीपी सिंह, डॉ. ऋषि नय्यर (NZUSI सचिव) मेरठ से, डॉ. अनिल ऐलहेन्स, डॉ. सुभाष यादव, डॉ. शैलेंद्र गोयल डायरेक्टर फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा, डॉ. गौतम बांगा और डॉ. विश्वजीत सिंह (केजीएमयू लखनऊ) शामिल रहे।