आगरालीक्स…हेलो, मैं एसपी कासगंज, तुरंत अरेस्ट करो इन दो सराफा कारोबारियों को. आगरा आए इस फोन ने करा दिया सराफा बाजार बंद, हकीकत जान उड़ गए होश
आगरा आए एक फोन ने आगरा पुलिस के साथ सराफा बाजार में हड़कंप मचा दिया. फोन करने वाली एक युवती थी जिसने खुद को एसपी कासगंज बताया और कहा कि खेरागढ़ कस्बे में दो सराफा कारोबारियों को अरेस्ट कीजिए. इनके द्वारा चोरी का माल खरीदा और बेचा जा रहा है. पीआरओ के नंबर पर आए इस फोन ने पुलिस में हड़कंप मचा दिया और सराफा कारेाबारियों को अरेस्ट करने के बाद बाजार में भी हड़कंप मच गया और पूरा बाजार बंद हो गया. बाद में फोन करने वाली युवती सीधे सौदेबाजी करने लगी जिसके बाद शक हुआ. इसकी जानकारी डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार को दी गई है. पुलिस ने फोन करने वाली अज्ञात युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. जांच में फोन कॉल फर्जी होने का पता चला है.
खुद को बताया एसपी कासगंज
डीसीपी पूर्वी जोन पीआरओ के पास एक नंबर से कॉल आई. कॉल करने वलाी युवती ने बताया कि वह एसपी कासगंज अपर्णा रजत कौशिक हैं. पीआरओ अधिकारी समझ बात करने लगा. पूछने पर फोन करने वाली युवती ने कहा कि उनके यहां मार्च में जेवरात चोरी हुुए थे. चोरी का माल खेरागढ़ बाजार में बेचा जा रहा है. जल्द कार्रवाई करें और माल बरामद हो. दुकान की पहचान के लिए फोटो भेजने के लिए कहा. इस पर पीआरओ ने इसकी जानकारी खेरागढ़ इंस्पेक्टर को दी. उन्होंने बाजार जाकर कई सराफा दुकानों के फोटो खींचकर युवती को व्हाट्सएप कर दिए.
दो सराफा कारोबारियों को अरेस्ट करने को कहा
कुछ देर बाद युवती के नंबर से दो दुकानदारों के फोटो भेजे गए. इस पर पुलिस ने बालाजी ज्वेलर्स के मालिक ललित अग्रवाल और केदारनाथ दामोदर दास ज्वेलर्स के मालिक राहुल वर्मा को पकड़ लिया और थाने लाकर पूछताछ की. उधर भाजपा नेता सहित व्यापारी भी थाने पहुंच गए. दोनों कारोबारियों ने चोरी का माल खरीदने से इनकार कर दिया. उधर युवती ने दोनों के लिए पुलिस टीम भेजने के लिए कहने लगी. व्यापारियों ने जब हंगामा किया तो पुलिस ने दोनों कारोबारी छोड़ दिए और कहा कि जब कि जब कासगंज पुलिस आएगी तब दोनों को बुलाया जाएगा.
व्यापारियों को धमकाया
इधर बाद में कथित एसपी के नंबर से व्यापारियों के पास सीधे फोन आने लगे. उन्हें मामला नहीं निपटाने पर जेल भेजने की धमकी दी. कहा कि वह बड़ी बहन होने के नाते बता रही है. अगर बात नहीं मानोगे तो जेल जाने से कोई नहीं रोक सकेगा. यह बात सुनकर भाजपा नेता दिनेश गोयल को शक हो गया. उन्होंने इसकी जानकारी डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार को दी.
फर्जी कॉल
डीसीपी सोनम कुमार ने इसकी जांच एसीपी खेरागढ़ इमरान अहमद को दी. जांच में पता चला कि एसपी कासगंज की ओर से कोई फोन नहीं किया गया है. लेकिन कथित एसपी के व्हाट्सअप नंबर की डीपी पर एसपी कासगंज का फोटो लगा था. डीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि कथित एसपी बनकर कॉल करने वाली युवतीकी तलाश की जा रही है. सर्विलांस व एसओजी को लगाया गया है.