आगरालीक्स…आगरा में 600 से अधिक जंप लगा चुके पैराजंपर मंजूनाथ की पैराशूट न खुलने से हुई मौत. जवानों को हर दिन ट्रेनिंग भी देते थे…फिर कैसे हो गई चूक, जांच करेगी विशेष टीम
आगरा के मलपुरा मलपुरा ड्रापिंग जोन में शुक्रवार सुबह 10 बजे एयरक्राफ्ट से छलांग लगाने लगाने का अभ्यास किया जा रहा था. पैराजंपर जूनियर वारंट अफसर जीएस मंजूनाथ भी इस अभ्यास में शामिल थे. करीब 12 जवानों ने छलांग लगाई लेकिन 11 जवान ही वापस लौटे. बाद में पता चला कि एयरक्राफ्ट से छलांग लगाने पर पैराशूट न खुलने पर जीएस मंजूनाथ की जमीन पर गिरने से दर्दनाक मौत हो गई है. इसकी जांच अब विशेष टीम करेगी कि आखिरकार चूक कहां हुई. पैराशूट आखिरकार कहां पर पैक हुआ. इसके अलावा वहां के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाएगी.
600 से अधिक छलांग लगा चुके थे जीएस मंजूनाथ
एएन — 32 विमान से छलांग लगाने के दो मिनट बाद ही पैराशूट खुलना था लेकिन मुख्य के साथ ही रिवर्ज पैराशूट भी नहीं खुला. विमान से छलांग लगाने के बाद पैराट्रूपर तेजी से भूमि की तरफ आता है. ऐसे में पांच से 10 सेकेंड में ही पोजीशन बदल जाती है. जीएस मंजूनाथ इसमें पूरी तरह से प्रशिक्षित भी थे. वे अभी तक 600 से अधिक छलांग भी लगा चुके थे और पीटीएस में हर दिन जवानों को छलांग लगाने की ट्रेनिग भी देते थे, ऐसे में गलती कहां हुई और कैसे ये हादसा हुआ इसकी जांच विशेष टीम करेगी.
घटनास्थल को किया सील
जूनियर वारंट अफसर जीएस मंजूनाथ सुतेड़ी गांव में कमलेश देवी के गेहूं के खेत में गिरे थे. वायुसेना ने उसे क्षेत्र को सील कर दिया है और ग्रामीणों को हटा दिया गया है. मोबाइल से वीडियो बनाने और फोटो खींचने पर रोक लगा दी है. टीम ने यहां पहुंचकर घटनास्थल से नमूने एकत्रित किए.