बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के बुधवार को होने वाले मतदान से ही राजग और महगठबंधन नए के सियासी समीकरण तय हो जाएंगे। पहले चरण के मतदान के लिए सभी दलों औऱ चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और निर्भीक मतदान के लिए सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है।
राजग व महागठबंधन की 54 सीटों पर सीधी भिड़ंत
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चऱण में राज्य के 16 जिलों की 71 सीटों पर कल मतदान होगा। इन 71 सीटों पर कुल 1066 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 114 महिलाएं भी शामिल हैं। जिन 71 सीटों पर कल मतदान होना है, उनमें 54 सीटों पर राजग औऱ महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होना है, जबकि शेष 17 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
71 सीटों से तय होगा समीकरण
पहले चरण का मतदान बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बिहार मुखिया के लिए असल टीम इसी चरण के मतदान से तय होगी। इन सीटों में राजग और महागठबंधन की साख दांव पर लगी है। इन्ही सीटों से तय हो जाएगा बिहार का सियासी समीकरण। इस चरण में जो पार्टी या गठबंधन बढ़त हासिल करेगा, उसके लिए आगे की राह आसान हो जाएगी।
इन दलों के हैं प्रत्याशी
पहले चरण की 71 सीटों में से महागठबंधन के 42 प्रत्याशी मैदान में हैं तो कांग्रेस के 21 और सीपीआई (माले) के आठ प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। नीतीश की ओर से जेडीयू के 35 प्रत्याशी, भाजपा 29 प्रत्याशी, जीतन राम माझी की हिन्दुस्तान अवामी मोर्चा छह और वीआईपी पार्टी एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पहले चरण में उपेंद्र कुशवाह की पार्टी आएलएसपी 43 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, उनकी सहयोगी बसपा 27 सीटों पर किस्मत आजमा रही है।
इनकी साख है दांव पर
पहले में जिन प्रमुख प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कल ईवीएम में कैद हो जाएगा, उनमें जहानाबाद से शिक्षामंत्री कृष्णनन्दन वर्मा, दिनारा से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह, लखीसराय से श्रम मंत्री विजयकुमार सिन्हा, चैनपुर से खननमंत्री ब्रजकिशोर बिंद, बांका से राजस्व मंत्री राम नारायण मंडल, जमालपुर से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, गया से कृषि मंत्री प्रेम कुमार, और राजपुर से परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला प्रमुख हैं।