आगरालीक्स …आगरा के सरकारी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी घूस लेते हैं तो खेर नहीं है। हर रोज 100 लोगों के मोबाइल पर फोन कर पूछा जाएगा कि उनसे किसने और कितनी रिश्वत ली, इसकी रिकॉर्डिंग भी की जाएगी, जिन अधिकारी और कर्मचारियों पर रिश्वत लेने के आरोप लगेंगे, उनका निलंबन तक किया जा सकता है।
सोमवार को डीएम गौरव दयाल ने बताया कि जिले में आम नागरिकों को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए कई विभिन्न विभागों एवं प्रशासनिक तंत्र के सम्पर्क में आना पड़ता है। इस दौरान उन्हें कई चरणों में भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार की शिकायतों को दूर करने के लिये एनआईसी कलेक्ट्रेट में से नो टू करप्शन (एसएनटीसी) प्रकोष्ठ का गठन करने का निर्णय लिया गया है, प्रभारी श्री बीपी सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी को बनाया गया है।
रैंडम 100 लोगों को फोन
एसएनटीसी प्रकोष्ठ द्वारा प्रतिदिन रैण्डम बेसिस पर जनपद में 100 ऐसे व्यक्तियों से फोन पर वार्ता कर यह जानकारी प्राप्त की जायेगी कि उनके द्वारा प्राप्त किये गये सरकारी लाभप्रमाणपत्र आदि की प्रक्रिया में किस-किस स्तर पर कर्मचारी, अधिकारी द्वारा कितने धन की मांग की गयी व उनके द्वारा कितना धन दिया गया। ऐसे पूरे वार्तालाप को वॉयस रिकार्डर मशीन में रिकार्ड किया जायेगा। जिन व्यक्तियों द्वारा भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में कोई भी शिकायत नहीं की जाती है, उनसे सम्बन्धित रिकार्ड को डिलीट कर शेष जिनके बारे में शिकायत की जाती है, उनके रिकार्ड को सुरक्षित रखा जायेगा।
निलंबन तक की कार्रवाई
प्रतिदिन सांय को सेल प्रभारी द्वारा सुरक्षित रखे गये रिकार्ड्स के सुसंगत भागों के लिखित ट्रान्सकिप्ट तैयार कराये जायेंगे व अगले दिन पूर्ण विवरण जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। उसके अवलोकन के बाद जो वॉयस रिकार्डिंग्स विश्वसनीय प्रतीत होती है, उन प्रकरणों को पर्याप्त प्रमाण मानते हुए दोषी कर्मचारियों, अधिकारियों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही (गम्भीर प्रकरणों में निलम्बन) के आदेश निर्गत किये जायेंगे। अत्याधिक गम्भीर प्रकरणों में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिये जायेंगे।
इस व्यवस्था के संचालन हेतु प्रत्येक सोमवार को योजनाओं, प्रमाणपत्रों से सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा सूचना निर्धारित प्रारूप पर उक्त सेल को उपलब्ध करायी जायेगी। डेली बेसिस पर एक रजिस्टर पर रिकार्ड मेंटेन करेंगे जिसमें लाभार्थी का नाम, पिता का नाम, पता एवं मोबाइल नं0 अंकित किया जायेगा। मोबाइल नं0 सावधानीपूर्वक पूछकर सही अंकित किया जायेगा। मोबाइल नं0 यदि गलत पाया जाता है तो मोबाइल नं0 अंकित करने वाले कर्मचारी पर कार्यवाही होगी। निर्धारित मदों में जिन व्यक्तियों द्वारा योजनाओं का लाभ, प्रमाणपत्र हासिल किये जायेंगे, उनकी सूचना निर्धारित किये गये प्रारूप पर उपलब्ध करायी जायेगी। केवल बैनामी की सूचना इन्डेक्स पर उपलब्ध करायी जायेगी।
रिश्वत की दे सकेंगे रिकॉर्डिंग
कोई भी व्यक्ति स्वतंत्र होगा कि वह भ्रष्टाचार से सम्बन्धित सूचना, वॉयस रिकार्डिंग प्रमाण सहित उपरोक्त सेल को किसी समय उपलब्ध करा सकेगा, जिसको संज्ञान में लेकर सेल प्रभारी द्वारा अग्रिम कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। यदि किसी व्यक्ति को कोई ट्रैप कराना चाहता है तो भी वह सेल प्रभारी से सम्पर्क करेगा। सेल प्रभारी द्वारा व्यक्ति को सेल परिसर में बुलाकर वहां उपलब्ध रिकार्डर मशीन से जुड़े हुए टेलीफोन के माध्यम से आरोप अधिकारी, कर्मचारी से शिकायतकर्ता की दूरभाष पर वार्ता करायी जायेगी ताकि अवैध धन की मांग करने से सम्बन्धित वार्तालाप को रिकार्ड किया जा सके। इसके उपरान्त सेल प्रभारी द्वारा अग्रिम कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
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