आगरालीक्स…आगराके डॉक्टर नरेंद्र मल्होत्रा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड.रिप्रोडक्टिव हेल्थ के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिए मिला सम्मान. जयपुर में हुई आईएसएसआरएफ वार्षिक कांफ्रेंस
आईएसएसआरएफ (इंडियन सोसायटी फॉर द स्टडी ऑफ रिप्रोडक्शन एंड फर्टिलिटी ) की ओर से जयपुर में हुई सालाना कॉन्फ्रेंस में उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के एमडी एवं प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नरेंद्र मल्होत्रा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। उन्हें यह अवार्ड रिप्रोडक्टिव हेल्थ के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के लिए मिला है। राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय कई संस्थाएं उन्हें यह अवार्ड पहले भी दे चुकी हैं।
आईएसएसआरएफ की जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कांफ्रेंस में डाॅक्टर नरेंद्र मल्होत्रा ने कहा कि प्रजनन संरक्षण, अंडे, शुक्राणु, भ्रूण या प्रजनन ऊतकों को सुरक्षित रखने की प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया, भविष्य में बच्चे पैदा करने की संभावना को बनाए रखने में मदद करती है। प्रजनन संरक्षण, वयस्कों और कुछ बच्चों के लिए एक विकल्प है। यह उन लोगों के लिए फ़ायदेमंद है जिनकी प्रजनन क्षमता कम होती है। इसके अलावा जो देर से बच्चे पैदा करना चाहते हैं, उनके लिए भी यह फायदेमंद है।
आपको बता दें कि प्रोफेसर डाॅक्टर नरेंद्र मल्होत्रा को 65 से अधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं। 1999 में उन्हें मैन ऑफ द ईयर, बेस्ट सिटीजन ऑफ इंडिया का सम्मान दिया गया। पांच बार कोविड वारियर और तीन बार नेपाल सम्मान से नवाजा जा चुका है। उन्हें फोग्सी, इसार, एओजीएस की ओर से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया जा चुका है। इसके अलावा लीजेंड अवार्ड, फोग्सी स्टार अवार्ड और आईएमए अवार्ड भी दिए जा चुके हैं।
रेनबो आईवीएफ की एमडी डाॅक्टर जयदीप मल्होत्रा ने प्रीमेच्योर ओवेरियन इनसफिसिएंसी (पीओआई) पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि पीओआई जिसे समय से पहले डिम्बग्रंथि विफलता (प्रीमैच्योर ओवेरियन फेल्योर ) भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें अंडाशय (ओवरी) 40 वर्ष की उम्र से पहले सामान्य रूप से काम करना बंद कर देते हैं। इससे शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है, मासिक धर्म अनियमित या बंद हो सकता है और प्रजनन क्षमता प्रभावित हो जाती है। उन्होंने कहा कि इसके के कई कारण होते हैं जैसे आनुवंशिक विकार, स्वप्रतिरक्षी विकार, कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी आदि।
इस अवसर पर गेस्ट ऑफ ऑनर प्रोफेसर अल्पना कतेजा, डाॅक्टर एमएल स्वरांकर, पदम भूषण से सम्मानित प्रोफेसर जीपी तलवार, प्रोफेसर एनके लोहिया, डाॅक्टर आरएस शर्मा, डाॅक्टर बी लाल गुप्ता, डाॅक्टर सुदिप्ति अरोरा, डाॅक्टर नीना मल्होत्रा, डाॅक्टर केडी नायर आदि उपस्थित थे।