भाजपा नेत्री कुंदनिका विहिप के जिलामंत्री अशोक लवानिया और एबीवीपी के प्रांत प्रमुख शशांक चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने विहिप नेता अरुण माहौर की जयपुर हाउस के पार्क में 28 फरवरी को आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भड़काऊ भाषण दिया था। इन तीनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गए हैं। इसके बाद से खलबली मची हुई है। श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया, साध्वी प्राची, सांसद चौधरी बाबूलाल, विधायक जगन प्रसाद गर्ग सहित भाजपा के नेताओं ने लोगों को संबोधित किया था।
कुंदनिका शर्मा साहित तीनों पर एक मार्च को लोहामंडी थाना में दर्ज किया गया था । पुलिस लगातार दावा कर रही है कि आरोपियों को पकडने के लिए उनके घर दबिश देने का। ऐसे में कुंदनिका शर्मा को हिरासत में लिया जाता है तो मामला गर्मा सकता है,हिंदूवादी संगठन बडा प्रदर्शन कर सकते हैं। इसे देखते हुए पुलिस सोच समझकर काम कर रही है।
ये है मामला
गुरुवार (25 फरवरी) को विहिप के महानगर उपाध्यक्ष अरुण माहौर की बीच बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में रविवार (28 फरवरी) को जयपुर हाउस में शोक सभा आयोजित की गई। साध्वी प्राची के शोक सभा में शामिल होने से मामला गर्मा गया, लेकिन उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शोक सभा में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया ने कहा कि ‘हमें खुद को ताकतवर बनाना होगा। जंग छेड़नी होगी। ऐसा नहीं किया तो कल दूसरा साथी भी खोना पड़ेगा।’ “ये हत्यारे चले ही जाएं, इस प्रकार की ताकत हमें दिखानी होगी।” फतेहपुर से बीजेपी सांसद बाबू लाल भी शामिल हुए। स्पीच देने वालों ने कहा कि अरुण की मौत का बदला लिया जाएगा।
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