आगरालीक्स..आगरा में लोगों का एहसास नहीं होगा और नीचे ही नीचे बन रही होगी मेट्रो के लिए सुरंग. जानें कहां से कहां तक खोदी जा रही सुरंग
टनल बोरिंग मशीन की लॉन्चिंग के लिए तैयार हो रहा लॉन्चिंग शाफ्ट
अभी हाल ही में आगरा मेट्रो की टीम द्वारा एक उपलब्धि हासिल कर ली गई जिसमें टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) मशीन के लगभग सभी पुर्जे रामलीला मैदान में आगरा मेट्रो क्रॉसओवर सेक्शन में पहुंच गए और बहुत जल्द लॉन्च होने के लिए तैयार हैं। इस अवसर पर एमडी यूपीएमआरसी सुशील कुमार ने कहा, “सुरंग के निर्माण में टनल बोरिंग मशीन का मुख्य योगदान रहेगा। भूमिगत सेक्शन में मेट्रो का संचालन एवं सुरंग का सटीक ढाँचा इसी पर निर्भर करता है।”
टनल बोरिंग मशीन के पुर्जों में शामिल हैं:
- कटर हेड – टीबीएम मशीन का मुख्य कटर जो मलबे और कीचड़ को काटता है और मशीन के चलने के लिए रास्ता बनाता है।
- सेगमेंट इरेक्टर: जब टीबीएम मशीन चलती है, मशीन का यह हिस्सा कंक्रीट से बने प्रीकास्ट रिंग सेगमेंट के निर्माण को सक्षम बनाता है जो एक साथ सुरंग बनाते हैं।
टीबीएम के अन्य हिस्सों में मेन लॉक, स्क्रू कन्वेयर और ब्रिज गैन्ट्री शामिल हैं जिन्हें भी रामलीला मैदान में उतारा गया है।
कहाँ से कहाँ तक है टीबीएम रूट?
टीबीएम को रामलीला मैदान से लॉन्च किया जाएगा (जिसे आम भाषा में ‘लांचिंग शाफ़्ट’ कहा जाता है) और ताजमहल स्टेशन की ओर बढ़ेगा। शाहजहाँ गार्डन में ‘मिड शाफ़्ट’ का प्रयोजन दिया गया है, ताकि किसी भी आपातकाल स्थिति में बीच में ही टीबीएम को आसानी से निकाला जा सके।
इसके साथ ही ताजमहल के आगे, पुरानी मंडी चौराहे के पास ‘रिट्रीवल शाफ़्ट’ ( जहां से टीबीएम को निकाला जाएगा) का निर्माण किया जा रहा है। इसी तरह दूसरी टीबीएम आरबीएस कॉलेज मेट्रो स्टेशन से नीचे उतारी जाएगी (लांचिंग शाफ़्ट) और जामा मस्जिद स्टेशन के पास निकाली जायेगी, यानी रेट्रीवल शाफ़्ट वहीं स्थित होगी ।
टीबीएम वर्तमान में ताजमहल से जामा मस्जिद स्टेशन तक प्राथमिकता वाले 3 किमी भूमिगत खंड पर काम करेगा। प्रायोरिटी कॉरिडोर में ताजमहल, आगरा किला एवं जामा मस्जिद भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन आगरा के लोगों को तय समय में विश्वस्तरीय मेट्रो सिस्टम देने के लिए प्रतिबद्ध है।
ये है आगरा मेट्रो का पूरा रूट
गौरतलब है कि ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा. जिसमें 6 एलीवेटेड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे।