आगरालीक्स… आगरा में विकास कार्य के लिए 10 साल में 1.25 लाख पेड़ काट दिए गए, पेड़ काटने से स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है।
विश्व पर्यावरण दिवस पर सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि पेड़ पौधों की कटाई और प्रदूषण के जरिये पर्यावरण में जो असंतुलन पैदा हो रहा है । क्लाइमेट चेंज के कारण वेक्टर जनित रोगों के प्रसार में वृद्धि हुई है। वर्तमान की स्थिति मच्छर प्रजनन के लिए काफी अनुकूल है इस के लिए समुदाय के संवेदीकरण और मच्छरों के प्रजनन श्रोतों को समाप्त करने में सभी की भागीदारी की आवश्यकता है। लार्वा श्रोतों को समाप्त करने के लिए पानी के बर्तन,ड्म, टंकी आदि ढक कर रखें, सप्ताह में एकबार पानी के बर्तनों को खाली कर लीजिए
, जिन स्थानों में पानी का इकट्ठा होना रोका न जा सके वहां के पानी में कुछ बूंदें मिट्टी का तेल या ट्रेक्टर का जला मोबिलऑइल डाल दीजिये, मच्छरों से बचने के लिये सोते समय मच्छर रोधी कीम/नीम का तेल/कडवा तेल शरीर पर लगायें, सोत समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, ऐसे कपडे पहनें जो शरीर को पूरा ढके रखे । बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र / स्वास्थ्य कार्यकर्ता से खून की जांच करायें, दवा नियमित और पूरी खायें। ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाए और अपने आसपास के लोगों को भी पौधारोपण के लिए जागरूक करें।