आगरालीक्स …आगरा अब एक्सप्रेस वे का जंक्शन बन गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे आगरा से जुड़ गया है, 16 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी लोकार्पण करेंगे। छह टोल प्लाजा। जानें आगरा को क्या फायदा होगा, आगरा की तरक्की में चार चांद लगाएगा एक्सप्रेस वे का जंक्शन।
यमुना एक्सप्रेस वे, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे और अब बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे। दिल्ली से लखनऊ, चित्रकूट से लखनऊ और दिल्ली जाना चाहते हैं तो आगरा होकर जाना पड़ेगा। इससे आगरा में एक्सप्रेस वे के आस पास आने वाले समय में व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ जाएंगी, ग्रेटर आगरा भी प्रस्तावित है। ग्रेटर आगरा के बनने पर आगरा मेट्रो शहर बन जाएगा।
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ये होगा रूट
चित्रकूट, बांदा, महोबा, जालौन, औरेया होते हुए इटावा में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे में मिल जाएगा। इस तरह बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट से इटावा तक बनाया गया है, इसकी दूरी 296 किलोमीटर है। यह छह लेन का है लेकिन अभी सड़क चार लेन की ही बनी है। इटावा पहुंचने के बाद आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे से होते हुए लखनऊ जा सकते हैं और आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे से आगरा आने के बाद यमुना एक्सप्रेस वे से दिल्ली जा सकते हैं। अभी तक चित्रकूट से दिल्ली की दूरी 700 किलोमीटर थी और 14 घंटे लगते थे, एक्सप्रेस वे शुरू होने से दूरी 626 किलोमीटर रह जाएगी।
28 महीने में तैयार हुआ बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे 296 किलोमीटर लंबा है, जो चित्रकूट से इटावा तक बनाया गया है। इसका शिलान्यास 29 फरवरी 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था। 296 किलोमीटर लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे छह लेन का है, 110 मीटर चौड़ाई है। अंडरपास भी बनाए गए हैं। 4 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 लंबे पुल, छह टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 266 छोटे पुल हैं।