आगरालीक्स…आगरा दिल्ली हाईवे यानी एनएच-2 चौड़ा हुआ तो स्पीड बढ़ गई है, लेकिन हादसे हो रहे हैं, रोड री-डिजाइनिंग की जरूरत तो नही, आखिर क्या है वजह,
आगरा दिल्ली हाई वे सिक्स लेन कर दिया गया है। हाइवे चौड़ा हुआ तो स्पीड बढ़ गई है, लेकिन हादसे भी हो रहे हैं। इनकी वजह पता लगाने की जरूरत है, क्योंकि आमने-सामने की भिड़ंत भी हो रही हैं। एंट्री और एग्जिट प्वाइंट, सर्विस रोड की एप्रोच रोड पर भी दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं।
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राजमार्ग पर 46 ब्लैक स्पॉट निर्धारित किए गए थे, क्या सिक्स लेन होने से यह बढ़ गए हैं। कई रास्तों पर संकेतक नहीं लगे होने, अवैध कट से लोगों के निकलने, रात में रोशनी न होने से भी हादसे होते हैं। सर्दी के मौसम में जोखिम और बढ़ जाता है।
इन दुर्घटनाओं की वजह तलाशी जानी चाहिए। जहां रोड इंजीनियरिंग में बदलाव की जरूरत है, वहां संबंधित विभाग के माध्यम से बदलाव किए जाते सकते हैं। संकेतक लगाए जा सकते हैं। चेतावनी बोर्ड लगाए जा सकते हैं। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ब्लैक स्पाट पर हादसे कम करने को लेकर कवायद पर विचार किया जा सकता है। कई बार रोड इंजीनियरिंग, सड़क पर गड्ढे, मोड़ पर संकेतक नहीं होने, रोशनी नहीं होने की वजह से हादसे होते हैं। जहाँ अंडरपास की जरूरत है वहां अंडरपास बनाए जा सकते हैं। इससे दुर्घटनाएं नही होंगी और जाम भी नही लगेगा।