आगरालीक्स….आगरा के लिए अच्छी खबर. पीपीपी मॉडल के तहत विकसित होंगे आगरा के तीन बस अड्डे. इलेक्ट्रॉनिक बसों की बढ़ेगी संख्या…जानिए क्या-क्या होगा बस अड्डों पर खास और क्या मिलेगी सुविधाएं
आगरा के लिए अच्छी खबर है. शासन की ओर से आगरा के तीन बस अड्डों को पीपीपी मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा और यहां पर यात्रियों की सुविधाओं के अलावा इन्हें बहुत खास बनाया जाएगा. आगरा के अलावा 75 जिलों के 83 बस अड्डे भी पीपीपी मॉडल के तहत विकसित होंगे. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इन बस अड्डों को विकसित करने के लिए कार्रवाई की समीक्षा की. उन्होंने बस स्टेशनों की रूपरेखा तैयार कर पीपीपी मॉडल पर जल्द से जल्द सुंदरीकरण तथा विकसित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आने वाले बर्षों में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ेगी और इसलिए बस स्टेशनों पर अधिक संख्या में चार्जिंग प्वाइंट्स भी बनाए जाएंगे.

पहले चरण में 16 जिलों के 24 बस अड्डों का विकास होना है. इसमें आगरा, गाजियाबाद, लखनऊ में तीन तीन बस अड्डे तो वहीं प्रयागराज और अयोध्या में दो बस अड्डे पीपीपी मॉडल के तहत विकसित होंगे इसके अलावा मथुरा, कानपुर नगर, वाराणसी, मेरठ, अलीगढ़, गोरखपुर, बुलंदशहर, हापुड़, बरेली, रायबरेली व मिरजापुर के एक एक बस अड्डे शामिल हैं.
दूसरे चरण में 24 जिलों, कासगंज, महोबा, बिजनौर, इटावा, फतेहपुर, श्रावस्ती, अमरोहा, उन्नाव, बलया, मुरादाबाद, रामपुर, एटा, बलरामपुर, बस्ती, देवरिया, फीरोजाबाद, गोंडा, कन्नौज, पीलीभीत, अंबेडकर नगर, बदायूं, बागपत, मुजफ्फरनगर, संभल के 24 बस अड्डों को पीपीपी मॉडल के तहत कायाकल्प किया जाएगा. इसके अलावा तीसरे चरण में शेष बचे 35 बस अड्डों का विकास होना है.