आगरालीक्स …Agra News आगरा के कारोबारी अनुज की चीख निकली और कार गडढे में जा गिरी। एयरबैग खुलने से दोनों भाई बचे। दोनों की पत्नी और तीन बच्चों की अर्थी एक साथ उठाने में हाथ कांप गए।
आगरा के कमला नगर के नटराजपुरम में रहने वाले अनुज की बोदला रोड पर हार्डवेयर की दुकान है।घर पर मां सुधा अग्रवाल, पत्नी 40 साल की सोनम, बेटी इशिता और सौरभ से गोद लिया बेटा मिताई रहते हैं। छोटे भाई सौरभ नोएडा में बैंक में कार्यरत हैं। दीपावली पर सौरभ अपनी पत्नी रूबी 37 साल, बेटा चेतन 10 साल और गौरांग नौ साल के साथ दीपावली मनाने के लिए बड़े भाई के पास आ गए थे। ( Agra News : Airbag save Businessman Anuj & His brother Saurabh, Full Detail#Agra )
सुबह सात बजे बेलौन के लिए निकले, इशिता नहीं गई
रात में दीपावली मनाने के बाद सुबह सात बजे अनुज, उनकी पत्नी सोनम, बेटा मिताई, सौरभ, उनकी पत्नी रूबी, बेटा चेतन और गौरांग सुबह सात बजे बेलौन दर्शन करने और गंगा स्नान के लिए अपनी कार से निकले। इशिता अपनी दादी सुधा अग्रवाल के साथ घर पर ही रह गईं। दर्शन करने के बाद दोपहर में आगरा के लिए लौट रहे थे।
अनुज की चीख निकली और कार गडढे में जा गिरी, एयरबैग से बची जान
कार अनुज अग्रवाल चला रहे थे। हाथरस हाईवे से आगरा की तरफ आगे चलते ही थाना चंदपा पर केवलगढ़ी के पास अनुज की चीख निकली और कार गडढे में जा गिरी। तेज आवाज सुनकर स्थानीय लोग आ गए। उन्होंने कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला, रोडवेज बस और ई रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया। हादसे में सोनम, रूबी, मिताई, चेतन की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गौरांग की पुष्पांजलि हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। एयरबैग खुलने से अनुज और सौरभ की जान बच गई।
एक साथ पांच अर्थी से कांप गए लोग
शुक्रवार रात 10.30 बजे एक के बाद एक पांच शव नटराजपुरम में पहुंचे, चीख पुकार मचने लगी। पांच अर्थियों के एक साथ उठाने में लोगों के हाथ कांप गए, हर आंख नम हो गईं। अनुज के पिता अनिल अग्रवाल की भी एक दशक पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी।