Agra News : Carbon Di Oxide based AC system in Agra Metro, First Look & Detail #agra
आगरालीक्स….. आगरा मेट्रो के पहले लुक के बाद एसी सिस्टम भी अनूठा होगा, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों द्वारा का उत्सर्जित कॉर्बन-डाइ-ऑक्साइड की मात्रा के अनुसार चलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिमोट का बटन दबाकर आगरा मेट्रो ट्रेन के फर्स्ट लुक को लॉन्च किया। आगरा में 8379.62 करोड की लागत से 29.4 किमी लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहे प्रथम कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन हैं, जिसमें कि 6 ऐलिवेटिड व 7 भूमिगत स्टेशन हैं। वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बनने वाले दूसरे कॉरिडोर में 14 ऐलिवेटिड स्टेशन होंगे। फिलहाल, ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच प्रायोरिटी कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ किया जा रहा है। प्रायोरिटी कॉरिडोर में 3 ऐलिवेटिड व 3 भूमिगत स्टेशन है। यूपी मेट्रो प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने मुख्यमंत्री को आगरा मेट्रो ट्रेन की विशेषताओं को लेकर जानकारी दी। इस कार्यक्रम के दौरान यूपी मेट्रो के निदेशक (कार्य एवं संरचना) संजय मिश्रा, निदेशक (रोलिंग स्टॉक) अतुल गर्ग, आगरा मेट्रो के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार राय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कारबन-डाइ-ऑक्साइड बेस्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम
आगरा मेट्रो ट्रेन में कारबन-डाइ-ऑक्साइड बेस्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा। इस प्रणाली के तहत एयर कंडीशनिंग सिस्टम तापमान के साथ ही ट्रेन में मौजूद यात्रियों द्वारा का उत्सर्जित कॉर्बन-डाइ-ऑक्साइड की मात्रा के अनुसार चलेगा। आगरा मेट्रो का एयर कंडीशनिंग सिस्टम सामान्य तौर पर ट्रेन में निर्धारित तापमान को बनाए रखेगा, लेकिन ट्रेन में यात्रियों की संख्या बढ़ने पर एयर कंडीशनिंग सिस्टम खुद ही कॉर्बन-डाइ-ऑक्साइड का आंकलन कर ऑक्सीजन युक्त साफ हवा को ट्रेन के भीतर लाएगा, जिससे यात्रियों को कभी भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आगरा मेट्रो ट्रेनों की विशेषताएं
- इन ट्रेनों में ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ का फ़ीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेनों में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 45ः तक ऊर्जा को रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा। वायु-प्रदूषण को कम करने के लिए इन ट्रेनों में अत्याधुनिक ‘प्रॉपल्सन सिस्टम’ भी मौजूद होगा।
- इन ट्रेनों में कार्बन-डाई-ऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से चलेगा और ऊर्जा की बचत करेगा।
- ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए ये ट्रेनें संचालित आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से चलेंगी।
- आगरा मेट्रो की ट्रेनों की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की होगी।
- इन ट्रेनों की स्पीड 90 किमी./घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किमी./घंटा तक होगी।
- ट्रेन के पहले और आख़िरी कोच में दिव्यांगजनों की व्हीलचेयर के लिए अलग से जगह होगी। व्हीलचेयर के स्थान के पास ‘लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन’ होगा, जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को अधिक देर तक दरवाजा खुला रखने के लिए सूचित कर सकते हैं ताकि वे आराम से ट्रेन से उतर सकें।
- ट्रेनों में फायर एस्टिंग्यूशर (अग्निशमन यंत्र), स्मोक डिटेक्टर्स और सीसीटीवी कैमरे आदि भी लगें होंगे।
- आगरा मेट्रो ट्रेनें थर्ड रेल यानी पटरियों के समानान्तर चलने वाली तीसरी रेल से ऊर्जा प्राप्त करेंगी, इसलिए इसमें खंभों और तारों के सेटअप की आवश्यकता नहीं होगी और बुनियादी ढांचा बेहतर और सुंदर दिखाई देगा।
- इन ट्रेनों को अत्याधुनिक फायर और क्रैश सेफ्टी के मानकों के आधार पर डिजाइन किया गया है।
- हर ट्रेन में 24 सीसीटीवी कैमरे होंगे, जिनका विडियो फीड सीधे ट्रेन ऑपरेटर और डिपो में बने सेंट्रल सिक्योरिटी रूम में पहुंचेगा।
- हर ट्रेन में 56 यूएसबी (न्ैठ) चार्जिंग पॉइंट्स भी होंगे।
- इन्फोटेन्मेंट के लिए हर ट्रेन में 36 एलसीडी पैनल्स भी होंगे।
- टॉक बैक बटनरू इस बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकते हैं। यात्री की लोकेशन और सीसीटीवी का फुटेज सीधे ट्रेन ऑपरेटर के पास मौजूद मॉनीटर पर दिखाई देगा।
सावली में हो रहा निर्माण
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि मेसर्स ऐल्सटॉम इंडिया द्वारा आगरा मेट्रो ट्रेन का निर्माण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुहिम श्आत्मनिर्भर भारतश् एवं श्मेक इन इडिंयाश् के तहत गुजरात के सावली में स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में किया जा रहा है। आगरा मेट्रो ट्रेन रीजेनरेटिव प्रणाली सहित अन्य आधुनिक प्रणालियों से लैस होगी। गौरतलब है कि बीते साल मुख्यमंत्री द्वारा कानपुर मेट्रो का अनावरण भी किया गया था।
29 किमी लंबे दो कॉरिडोर
ताजनगरी आगरा में 8379.62 करोड की लागत से 29.4 किमी लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहे प्रथम कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन हैं, जिसमें कि 6 ऐलिवेटिड व 7 भूमिगत स्टेशन हैं। वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बनने वाले दूसरे कॉरिडोर में 14 ऐलिवेटिड स्टेशन होंगे। फिलहाल, ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच प्रायोरिटी कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ किया जा रहा है। प्रायोरिटी कॉरिडोर में 3 ऐलिवेटिड व 3 भूमिगत स्टेशन है।