आगरालीक्स …आगरा के हाईप्रोफाइल डॉ. दीप्ति अग्रवाल के मौत के मामले में सीबीआई को फ्लैट से मिले मोबाइल, लैपटॉप और सीसीटीवी फुटेज से अहम सुबूत मिले। सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर डॉ. दीप्ति अग्रवाल के पिता डॉ. नरेश मंगला का कहना मीडिया से कहना है कि वे सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है, इसका विरोध करेंगे। आरोप है कि आरोपी पक्ष के बयान के आधार पर रिपोर्ट लगाई गई है उनके और उनके परिवार के बयान को दरकिनार कर दिया गया।

आगरा में 3 अगस्त 2020 को आगरा के विभव वैली व्यू अपार्टमेंट ताजगंज में एनेस्थेटिस्ट डॉ. दीप्ति अग्रवाल फंदे पर लटकी मिली थी, उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया, तीन दिन तक इलाज के बाद उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में डॉ. दीप्ति अग्रवाल के पिता कोसी कला निवासी डॉ. नरेश मंगला ने ताजगंज थाने में पति डॉ. सुमित अग्रवाल, ससुर डॉ. एससी अग्रवाल, सास अनीता अग्रवाल, जेठ डॉ. अमित अगव्राल और उनकी पत्नी तूलिका अग्रवाल के खिलाफ दहेज हत्या, मारपीट ओर गर्भपात कराने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई जांच कराई गई।
मोबाइल, लैपटॉप सीसीटीवी की जांच
सीबीआई ने डॉ. दीप्ति अग्रवाल की मौत के मामले में मोबाइल और लैपटॉप की फोंरेंसिक लैब में जांच कराई, इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज चेक किए। इसके साथ ही मौके से मिले सुसाइड नोट की भी जांच की गई। इसके बाद सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट लगाई है।
सीबीआई ने लगाई क्लोजर रिपोर्ट
सीबीआई ने डॉ. दीप्ति अग्रवाल मामले में विवेचना की, सीबीआई ने विवेचना में पाया कि डॉ. दीप्ति अग्रवाल ने सुसाइड की थी, साथ ही दहेज मांगने के भी सुबूत नहीं मिले हैं, इसके बाद सीबीआई ने इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी।
पुलिस ने डॉ. सुमित अग्रवाल को भेजा था जेल, लगाई थी चार्जशीट
डॉ. दीप्ति अग्रवाल की मौत के मामले में पुलिस ने आठ अगस्त 2020 को पति डॉ. सुमित अग्रवाल को जेल भेज दिया था। पुलिस ने विवेचना की, इसमें गर्भपात के आरोप सही नहीं पाए थे इन्हें हटा दिया था। अन्य धाराओं में आरोपी मानते हुए चार्जशीट लगा दी थी।