आगरालीक्स…आगरा कॉलेज में प्राचार्य के निलंबन का मामला गरमा गया है. निलंबन के बाद प्राचार्य ने खुलकर मंत्री पर आरोप लगाए और कोर्ट जाने का भी मन बनाया
आगरा कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनुराग शुक्ला को मंगलवार को वित्तीय नियमों का पालन न करने, कॉलेज में गुटबाजी कराने सहित अन्य आरोपों में प्रथम दृष्टयता दोषी पाये जाने पर निलंबित कर दिया गया था. उनकी जगह अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. चित्र कुमार गौतम को कार्यवाहक प्राचार्य बनाया गया है. निलंबन के बाद प्रो. अनुराग शुक्ला ने आरोप लगाए हैं कि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय द्वारा नियुक्ति और प्रवेश के काम बताए थे उनके काम नहीं हुए जिसके बाद उन्हें साजिश के तहत निलंबित कर दिया गया. डॉ. चित्र कुमार गौतम को कार्यवाहक प्राचार्य बनाया गया है, वे एसोसिएट प्रोफेसर हैं और वरिष्ठता क्रम में भी 16वें नंबर पर हैं. यह सब साजिश के तहत किया गया है.
उच्चस्तरीय कमेटी की प्राथमिक जांच में ये लगे आरोप
प्रो. अनुराग शुक्ला के खिलाफ 31 मई 2023 को शासन से शिकायत मिली थी. चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई, इस समिति ने प्रथम दृष्टया अनुराग शुक्ला पर वित्तीय नियमों का पालन न करने, वित्तीय पारदर्शिता का अभाव, प्राचार्य पद पर अहर्ता के संदिग्ध होने, महाविद्यालय में गुटबाजी कराकर शैक्षणिक एवं शिक्षणेत्तर गतिविधियों को दूषित करने, पार्किंग शुल्क खाते का अवैध संचालन कर, छात्र हित को नकारात्म्क रूप से प्रभावित करने और विभागीय आदेशों की घोर अवहेलना करने का दोषी पाया गया है.
कोर्ट की लेंगे मदद
प्रो. अनुराग शुक्ला के अनुसार उनका चयन उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग से हुआ है. आगरा कॉलेज अशासकीय कॉलेज है इसमें निलंबन का अधिकार प्रबंध समिति को होता है. मगर शासन स्तर से साजिश के तहत यह कार्रवाई की गई है. इस मामले में अब कोर्ट की मदद ली जाएगी.