आगरालीक्स…आगरा में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की डिमांड बढ़ी. 300 से अधिक नये डीलर बढ़े. जगह—जगह दुकानों में बिक रहे इलेक्ट्रिक स्कूटर्स. युवाओं को आ रहे पसंद..
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच इलेक्ट्रिक टू—व्हीलर्स की डिमांड काफी तेज हुई है. मार्केट में आकर्षक और कलरफुल इलेक्ट्रिक स्कूटर्स काफी बिक रहे हैं. इनकी डिमांड इतनी ज्यादा बढ़ी है कि हर कोई इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की फ्रेंचाइजी या डीलरशिप लेने में अपनी रुचि दिखा रहा है. पिछले कुछ समय के दौरान आगरा में शहर से लेकर देहात तक 300 से अधिक नऐ डीलर बढ़े हैं. इनमें गलियों से लेकर बड़े—बड़े मार्केट्स में लोगों ने इलेक्ट्रिक स्कूटर के छोटी—छोटी शॉप में ही शोरूम बना लिए हैं. छोटी सी दुकान के अंदर तीन से चार इलेक्ट्रिक स्कूटर्स लगाकर बैठे दुकानदार अपने कस्टमर्स को हर तरह से इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के फायदे बता रहे हैं.

देहात में ही खुले स्टोर्स
आगरा में शहर ही नहीं बल्कि देहात में भी इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की फ्रेंचाइजी जमकर ली जा रही है. यहां भी दुकानों के अंदर इलेक्ट्रिक स्कूटर्स बेचे जा रहे हैं. इसका बढ़ा कारण ये है कि पिछले कुछ समय से पेट्रोल और डीजल के रेट्स बढ़े हैं, ऐसे में अधिकतर लोगों का रुख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की ओर बढ़ा है.
युवाओं में क्रेज
इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स खरीदने वालों में सबसे ज्यादा युवा ही हैं. खासकर वो युवा जो कि स्कूल या कोचिंग जाने के लिए इन वाहनों का उपयोग कर रहे हैं. इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाना भी आसान होता है और इसको लेकर ज्यादा कोई परेशानी भी नहीं हो रही है. युवाओं में भी सबसे अधिक युवतियों में इसको लेकर ज्यादा डिमांड है. स्कूल से लेकर आफिस जाने के लिए वो इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स को ज्यादा पसंद कर रही हैं.
फायदे
भारत में इस समय ऐसे आकर्षक वित्तीय प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं जिनके चलते इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की लागत काफी घट गई है. पेट्रोल बाइक या स्कूटर की अपेक्षा इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की कीमत काफी कम है.
आप एक लीटर पेट्रोल की कीमत से बहुत कम खर्च पर ईवी वाहन को चार्ज कर सकते हैं. जो व्यक्ति रोजाना 10 से लेकर 15 किलोमीटर सफर करता है उसके लिए इलेक्ट्रिक टू व्हीलर बेहद सस्ता विकल्प है.
दुपहिया वाहनों की पेट्रोल खपत में हिस्सेदारी करीब 60% है. शहरों में बारीक कणों के प्रदूषण में भी दुपहिया वाहनों का बड़ा हिस्सा है. दिल्ली में दुपहिया वाहनों से इतना ही पीएम 2.5 प्रदूषण होता है जितना ट्रकों से होता है. इलेक्ट्रिक मॉडल अपनाने से टेलपाइप प्रदूषण जीरो हो जाएगा. ईवी से शोर नहीं होता और वाइब्रेशन भी नहीं होता जिससे वाहन चलाने का सुख बढ जाता है.
इलेक्ट्रिक टू व्हीलर को आसानी से घर पर ही चार्ज किया जा सकता है. ठीक वैसे ही जैसे आप फोन या लैपटॉप को चार्ज कर सकते हैं. इलेक्ट्रिक टू व्हीलर फुल चार्ज करने में 6 से 10 घंटे लगते हैं. इसके बाद वाहन 70 से 80 किलोमीटर चल सकता है. इस तरह पेट्रोल पंप पर जाने में लगने वाला समय भी बच जाता है. आप रात में या अपने काम के स्थान पर कुछ घंटे में अपना वाहन पूरी तरह चार्ज कर सकते हैं.