आगरालीक्स…आगरा में हाइवे पर मेट्रो बनने के बाद क्या खत्म हो जाएगी सिकंदरा और गुरु का ताल पर जाम की समस्या? पहले अंडरपास बनाने की मांग. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सीएम योगी को भेजा पत्र
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसीएल), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) व जिला प्रशासन की एक उच्च स्तरीय संयुक्त बैठक जल्द से जल्द होनी चाहिए ताकि ताजमहल के पूर्वी गेट से सिकन्दरा जाने वाली मैट्रो की एलीवेटेड लाइन के बनने से पहले सिकन्दरा तिराहा व गुरू का ताल तिराहा पर होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या का स्थायी समाधान अण्डरपास बनाकर किया जा सके। यह मांग आगरा डवलपमेन्ट फाउन्डेशन की ओर से सचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता के0सी0 जैन द्वारा नितिन गडकरी, केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री को आज मेल से भेजे गये पत्र में उठायी गयी।
भेजे गये पत्र में यह कहा गया कि आगरा शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 19 (एनएच-19) में सिकन्दरा तिराहे व गुरू का ताल तिराहे पर ट्रैफिक जाम की स्थिति प्रायः बनी रहती है जहां अनेक सड़क हादसे भी पूर्व में हो चुके हैं इस कारण इस राजमार्ग के छः लेनीकरण का उद्देश्य विफल हो रहा है। इन दोनो स्थलों पर ट्रैफिक के सुगम आवागमन के लिए अण्डरपास अथवा एलीवेटेड फ्लाईओवर की आवश्यकता है। लेकिन यूपीएमआरसीएल द्वारा निर्माणाधीन मैट्रो के कोरिडोर सं0 1 (सिकन्दरा से ताजमहल पूर्वी गेट) के अन्तर्गत एनएच-2 पर शास्त्रीनगर, आईएसबीटी, गुरू का ताल व सिकन्दरा पर एलीवेटेड मैट्रो होगी जिसके बन जाने पर गुरू का ताल तिराहा व सिकन्दरा तिराहा पर अण्डरपास या एलीवेटेड रोड बनाया जाना भविष्य में कभी भी संभव नहीं होगा और ट्रैफिक जाम और सड़क हादसों से आगरा शहर सदैव जूझता रहेगा।
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पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि य.ूपी.एम.आर.सी.एल. को नेशनल मोनूमेन्ट अथॉरिटी के द्वारा एनएच-2 पर मैट्रो निर्माण की अनुमति प्राप्त हो चुकी है और इसी तर्ज पर एनएचएआई को भी अण्डरपास/एलीवेटेड रोड बनाने की अनुमति मिल सकती है। नागपुर शहर में एलीवेटेड मैट्रो लाइन व एलीवेटेड रोड एक साथ एक ही पिलर के माध्यम से चल रही हैं और इस मॉडल को भी अपनाया जा सकता है या विकल्प में इन दोनो स्थलों पर अण्डरपास बन सकता है।
पत्र में यह मांग की गयी है कि जल्द से जल्द यू.पी.एम.आर.सी.एल., एनएचएआई व जिला प्रशासन की एक उच्च स्तरीय संयुक्त बैठक आयोजित की जाये ताकि सिकन्दरा तिराहा व गुरू का ताल तिराहा पर अण्डरपास या एलीवेटेड रोड बनाये जाने की प्लानिंग सम्भव हो सके और मैट्रो लाइन व अण्डरपास/एलीवेटेड रोड भी उसी के अनुसार बन सके। पत्र की प्रति आगरा के सांसद और केन्द्रीय न्याय व विधि मंत्री एसपी सिंह बघेल, सांसद राजकुमार चाहर व मण्डलायुक्त आगरा को भी भेजी गयी। आगरा में निर्माणाधीन मैट्रो के कोरीडोर 1 की लम्बाई 15.40 किलोमीटर है जिसमें 15 स्टेशनों का निर्माण प्रस्तावित है। यह कोरीडोर ताजमहल के पूर्वी गेट से प्रारम्भ होता हुआ सिकन्दरा समाप्त होगा। इसके छः स्टेशन एलीवेटेड हैं और शेष 9 स्टेशन अण्डरग्राउण्ड हैं।
सचिव जैन द्वारा कहा गया कि जहां मैट्रो शहर में यातायात समस्या के समाधान के लिए एक बड़ा कदम है लेकिन उसके साथ-साथ सड़क पर चलने वाले वाहनों की समस्या पर भी समग्रता के साथ विचार करना होगा अन्यथा सड़क सुरक्षा और यातायात सुगमता कठिन हो जायेगी। एडीएफ के अध्यक्ष पूरन डाबर द्वारा भी इस मांग के समर्थन में कहा गया कि समय रहते एनएचएआई को यूपी.एम.आर.सी.एल. के साथ सामंजस्य बनाते हुए एनएच-19 पर ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान ढूँढना ही होगा अन्यथा भविष्य में प्लानिंग की इस कमी के लिए हम सभी दोषी होंगे।