आगरालीक्स …आगरा में रियल एस्टेट से जुड़े दो बड़े कारोबारियों के बीच रार। अंसल ग्रुप ने केपी ग्रुप की एक कंपनी के निदेशक सहित पांच पर दर्ज कराया मुकदमा।
आगरा में करीब 12 साल पहले अंसल ग्रुप और केपी ग्रुप के बीच सुशांत सिटी विकसित करने के लिए जमीन का सौदा हुआ था। अब अंसल ग्रुप की इकाई जमीन रियल्टर्स के अधिक्रत प्रतिनिधि देवेंद्र कुमार अग्रवाल ने थाना सिकंदरा में केपी ग्रुप की कंपनी कैला देवी रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कामता प्रसाद अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, अतुल कुमार जैन, अंकुर वर्मा और मुकेश कुमार को नामजद किया है। चार पांच अज्ञात भी हैं।
ये लगाए गए आरोप
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब अंसल ग्रुप की इकाई जमीन रियल्टर्स के अधिक्रत प्रतिनिधि देवेंद्र कुमार अग्रवाल का आरोप है कि उनकी कंपनी ने जमीन खरीदने के लिए कैला देवी रियल एस्टेट से सुनानी में खसरा नंबर 145, 152 में 7730 वर्ग मीटर जमीन का सौदा किया था। सौदा 62.64 लाख में हुआ, 23 दिसंबर 2011 को कैला देवी रियल एस्टेट के अधिक्रत प्रतिनिधि के रूप में अतुल कुमार जैन ने जमीन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के हक में बैनामा कर दिया, 32.64 लाख और 30 लाख रुपये के दो चेक अतुल कुमार जैन को दिए गए। जमीन का कब्जा लेकर दाखिल खारिज भी हो गया। इसके बाद 22 जुलाई 2023 को अंसल ग्रुप की तरफ से काम शुरू करने के लिए कर्मचारी पहुंचे लेकिन तीन चार अज्ञात लोगों ने काम रुकवा दिया। आरोप है कि अतुल कुमार जैन ने वह जमीन बेच दिया जिसका उन्हें अधिकार नहीं था। इस मामले में निदेशक कामता प्रसाद अग्रवाल सहित अन्य शामिल हैं।
केपी ग्रुप का यह है कहना
इस मामले में केपी ग्रुप का कहना है कि अंसल ग्रुप के लिए उन्होंने रोड के लिए जमीन दी थी, जमीर रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम रजिस्ट्री कराई गई। रजिस्ट्री में दो चेक परफेक्ट पोपकार्न लिमिटेड के नाम के दर्शाए गए हें जो उन्हें नहीं मिले, जमीर रियल्टर्स ने धोखा किया है। सड़क का निर्माण हो चुका है लेकिन रजिस्ट्री में दर्शाए गए चेकों का भुगतान नहीं हुआ है। 2023 में जमीन रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेडछ को राजदरबार ग्रुप ने टेकओवर कर दलिया है, राजदरबार के मालिकों से पुराना विवाद है, उन केसों में दबाव बनाने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है।