आगरालीक्स.. ( Agra News ) आगरा में डेंगू के पांच मरीज मिले हैं, डॉक्टर वही दवाएं मरीज के पर्चे पर लिखें जो अस्पताल में उपलब्ध हों। ( Five Dengue case in Agra)
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने समीक्षा बैठक की, स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत जननी सुरक्षा योजना में भुगतान के तुलनात्मक स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा गया कि लाभार्थी महिलाओं को समय से भुगतान नहीं किया जा रहा है। स्थिति काफी खराब है। वहीं आशा बहनों को भी समय से भुगतान न मिलने की शिकायतें भी काफी मिलती रहती हैं। चारों जिलों के सीडीओ को निर्देश दिए कि इस मामले को गंभीरता से लें। स्वास्थ्य विभाग की सभी यूनिट जहां पर डिलीवरी होती है, वहां समय-समय पर जांच करें, बैठक कर समीक्षा करें। भुगतान में देरी पर संबंधित की जिम्मेदारी तय करें। सीएमओ भी अपने स्तर पर इसकी जांच करते रहें।
गोल्डन कार्ड बनाए जाएं
गोल्डन कार्ड की समीक्षा में देखा गया कि आगरा को छोड़कर अन्य जिलों में 90 प्रतिशत से भी कम गोल्डन कार्ड बनाए गये हैं। निर्देश दिए गये कि अन्य जिलों में भी 90 प्रतिशत का लक्ष्य प्राप्त करते हुए लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाये जाने के कार्य में तेजी लाई जाए। वहीं जिला अस्पताल में इम्प्लांट सर्जरी कराने हेतु आने वाले मरीजों को अस्पताल प्रशासन द्वारा इम्प्लांट खरीदने हेतु किसी एजेंसी को संदर्भित न किया जाए। मरीज खुद ही इम्प्लांट का सामान खरीदकर लायेगा। चिकित्सक द्वारा पर्चे पर लिखी जाने वाली सभी दवाईयां अस्पताल में ही उपलब्ध करायी जाएं। बाहर से दवाईयां खरीदने को मजबूर न किया जाए। यह सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी व सीडीओ द्वारा समय समय पर निरीक्षण किया जाए। इसके अलावा आयुष्मान उपचारित लाभार्थियों की संख्या में खास प्रगति न दिखने पर विगत माह की तुलनात्मक रिपोर्ट तलब की गयी। संचारी रोग अभियान में अवगत कराया गया कि आगरा में डेंगू के अब तक सिर्फ 5 मरीज मिले हैं। निर्देश दिए गये कि बारिश के मौसम को देखते हुए पंचायती राज विभाग द्वारा संचारी रोग नियन्त्रण अभियान को सितम्बर माह के अंत तक जारी रखा जाए।