आगरालीक्स…आगरा के शांतिवेद इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस में अंगदान के लिए लोगों को किया गया जागरूक. अंगदान से दूसरे लोगों की जिंदगी में दे सकते हैं भागीदारी
अंगदान प्रतिज्ञा से आप जीवन बचा सकते हैं-आपके हाथ में दूसरा मौका है. इस इनिसिएटिव के अंतर्गत आज शांतिवेद इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज सुपर स्पेशलिटी टरटेरी केयर हॉस्पिटल द्वारा पब्लिक अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इसका संचालन शांतिवेद इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज सिकंदरा, आगरा पर किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को अंगदान करके अपनी एवं दूसरे लोगों की जिंदगी में सफल और सुविधाजनक परिणामों के लिए आश्वस्त हो सकते हैं।
मुख्य अतिथि विनोद विश्वकर्मा रहे जिनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था और विनोद विश्वकर्मा को 3008 से सीकेडी 5 डी था। उन्हें 2010 में मुंबई में डॉ. भरत शाह के अधीन लाइव संबंधित किडनी प्रत्यारोपण प्राप्त हुआ था। यह बहुत हर्ष की बात है कि इस समय विनोद ने 24 फरवरी को अपनी सबसे लंबी मोटरबाइक साहसिक यात्रा शुरू की, जो नर्मदा किडनी फाउंडेशन कार्यालय, मुंबई से नेपाल और वापसी तक रहेगी. यह इस बात का प्रमुख उदाहरण हैं कि किडनी ट्रांसप्लांट के मरीज बिल्कुल सामान्य लोगों की तरह होते हैं और उनके पास अपने सपनों को पूरा करने और सक्रिय जीवन जीने के लिए सभी अधिकार और ताकत होती है.
विनोद जी की सफल किडनी ट्रांसप्लांट करने वाली टीम में डॉक्टर सौम्या विश्नोई भी जुडी हुई थी, जो इस समय शांतिवेद इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज सिकंदरा, आगरा पर हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। डॉक्टर श्वेतांक प्रकाश ने कहाकि- विनोद जी रीनल ऑर्गन ट्रांसप्लांट के मेसकोर्ट लीडर हैं जोकि ट्रैवल कर रहे हैं. मुंबई से लेकर नेपाल तक जा रहे हैं और अकेले बाइक पर जा रहे हैं. सबको प्रोत्साहित करने के लिए कि ऑर्गन ट्रांसप्लांटटेशन से डरिये नहीं. विनोद जी का यह काम आप लोगों को यही संदेश देता हैं ऑर्गन ट्रांसप्लांटटेंशन न देने वाले को और न लेने वाले को किसी को किसी तरह का खतरा नहीं होता हैं. उन्होंने बताया कि शांतिवेद इंस्टिट्यूट ने रीनल ऑर्गन ट्रांसप्लांट की परमिशन ले ली हैं और हम बहुत जल्दी रीनल ऑर्गन ट्रांसप्लांट शुरू करने जा रहे हैं. इस मौके पर डॉक्टर श्वेतांक प्रकाश, डॉक्टर ब्लॉसम प्रकाश, डॉक्टर सौम्या विश्नोई, तक्ष जयसिंघानी एवं डॉक्टर्स एवं स्टाफ उपस्थित रहे.