आगरालीक्स…आगरा में कल 20 फरवरी से खुल रही है राधास्वामी समाध. दर्शन का टाइमिंग भी किया गया जारी…121 साल से चल रहा है इसका निर्माण.. आकर्षण का केंद्र है सोने का कलश…जानें इसका इतिहास
राधास्वामी सत्संग, स्वामीबाग में स्थित राधास्वामी मत के प्रवर्तक परम पुरुष पूरनधनी स्वामी जी महाराज की महापवित्र समाध को सभी दर्शनार्थियों के लिए गुरुवार 20 फरवरी 2025 से खोला जा रहा है. इसके खुलने का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होगा. प्रवेश के लिए पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड या वोटर आईडी लानी होगी.
1904 से चल रहा है निर्माण
यह महापवित्र समाध का निर्माण सन् 1904 से सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव काउंसिल स्वामीबाग आगरा द्वारा किराया जा रहा है जो कि अब पूर्णताकी ओर है. यह समाध सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव काउंसिल राधास्वामी सत्संग स्वामीबाग आगरा के पूर्ण अधिपत्य है.
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मजदूरों की चौथी पीढ़ी दे रही अंतिम रूप
110 फीट ऊंचे राधास्वामी समाध को बनाने में हर रोज करीब 300 मजदूरों ने काम किया है. 1904 में इस मंदिर को बनाने के लिए जो मजदूर आए थे बाद में भी उन्हीं की पीढ़ी काम करती रही है. इस वर्ष जब समाध बनकर तैयार हुआ है तो 1904 में आए मजदूरों की चौथी पीढ़ी ने इसे अंतिम रूप दिया है.
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आकर्षण का केंद्र सोने का कलश
पवित्र समाध के लिए बने कलश पर सोना चढ़ाया गया है. कलश पर 155 किलोग्राम सोने की परत से नक्काशी की गई है. इतिहास में यह अब तक का सबसे अनोखा कलश है. हालांकि ताजमहल और दूसरे स्मारकों व धर्मस्थलों में कई कलश लगे हैं मगर श्रद्धालुओं के सहयोग से बनने वाला यह अनूठा कलश होगा. इसके निर्माण में इतनी कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है कि दस्तकार, प्रबंधक, सुरक्षा दस्ते के जवान सभी कैमरों की जद में हैं.