आगरालीक्स…कमलानगर के रहने वाले परिवार के 5 लोगों की मौत के बाद एक्सीडेंट में घायल सौरभ अग्रवाल और बेटी धान्वी की होगी सर्जरी..
src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>आगरा के कमला नगर के नटराजपुरम में इस समय मातमी खामोशी है. दो दिन पहले जहां खुशियों का पर्व दीपावली मनाया गया था, उसी नटराजपुरम में शुक्रवार दोपहर से सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां के रहने वाले अनुज अग्रवाल के परिवार के 5 लोगों की दर्दनाक कार एक्सीडेंट में मौत से हर कोई गमजदा है. तीन मासूम बच्चों और दो महिलाओं की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. इधर अस्पताल में गंभीर रूप से घायल सौरभ अग्रवाल और बेटी धान्वी की हालत भी गंभीर है. सौरभ अग्रवाल के एक हाथ में काफी गंभीर चोट है जिनकी कल सर्जरी की जाएगी तो वहीं धान्वी के पैर की भी सर्जरी होगी. इधर घायल अनुज अग्रवाल ने ही अपने सभी मृत परिजनों का दाह संस्कार किया है.
नटराजपुरम में रहने वाले अनुज की बोदला रोड पर हार्डवेयर की दुकान है।घर पर मां सुधा अग्रवाल, पत्नी 40 साल की सोनम, बेटी इशिता और सौरभ से गोद लिया बेटा मिताई रहते हैं। छोटे भाई सौरभ नोएडा में बैंक में कार्यरत हैं। दीपावली पर सौरभ अपनी पत्नी रूबी 37 साल, बेटा चेतन 10 साल और गौरांग नौ साल के साथ दीपावली मनाने के लिए बड़े भाई के पास आ गए थे। ( Agra News : Airbag save Businessman Anuj & His brother Saurabh, Full Detail#Agra )
src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>सुबह सात बजे बेलौन के लिए निकले, इशिता नहीं गई
रात में दीपावली मनाने के बाद सुबह सात बजे अनुज, उनकी पत्नी सोनम, बेटा मिताई, सौरभ, उनकी पत्नी रूबी, बेटा चेतन और गौरांग सुबह सात बजे बेलौन दर्शन करने और गंगा स्नान के लिए अपनी कार से निकले। इशिता अपनी दादी सुधा अग्रवाल के साथ घर पर ही रह गईं। दर्शन करने के बाद दोपहर में आगरा के लिए लौट रहे थे।
अनुज की चीख निकली और कार गडढे में जा गिरी, एयरबैग से बची जान
कार अनुज अग्रवाल चला रहे थे। हाथरस हाईवे से आगरा की तरफ आगे चलते ही थाना चंदपा पर केवलगढ़ी के पास अनुज की चीख निकली और कार गडढे में जा गिरी। तेज आवाज सुनकर स्थानीय लोग आ गए। उन्होंने कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला, रोडवेज बस और ई रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया। हादसे में सोनम, रूबी, मिताई, चेतन की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गौरांग की पुष्पांजलि हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। एयरबैग खुलने से अनुज और सौरभ की जान बच गई।
एक साथ पांच अर्थी से कांप गए लोग
शुक्रवार रात 10.30 बजे एक के बाद एक पांच शव नटराजपुरम में पहुंचे, चीख पुकार मचने लगी। पांच अर्थियों के एक साथ उठाने में लोगों के हाथ कांप गए, हर आंख नम हो गईं। अनुज के पिता अनिल अग्रवाल की भी एक दशक पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी।