आगरालीक्स…आगरा में नैतिक विकास संगठन ने मनाया समाजसेवा का 50वीं स्वर्ण जयंती समारोह.
सामाजिक मूल्यों को समर्पित संस्था नैतिक विकास संगठन द्वारा समाज सेवा के 50वीं स्वर्ण जयंती समारोह मनाया गया. जेपी सभागार, खंदारी में आयोजित समारोह का शुभारंभ प्रो. आशु रानी, नवीन जैन महापौर, जेपी जैन मुख्य संयोजक, रामकुमार अग्रवाल अध्यक्ष, राकेश शर्मा महासचिव आदि के द्वारा किया गया. मां सरस्वती वंदना कुमारी आरती तोमर ने प्रस्तुत की. अतिथियों का स्वागत बीना बंसल, निशा बंसल, रीता मित्तल, योगेंद्र अग्रवाल आदि ने किया. इस अवसर पर कुलपति आशु रानी ने नैतिक विकास संगठन के स्वर्ण जयंती समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि समाज कल्याण के विभिन्न प्रकल्पों को समर्पित पिछले 50 वर्षों से निरंतर सक्रिय एवं कोरोना काल में भी अपनी महत्वपूर्ण चिकित्सकीय भूमिका निर्वाह करने वाली यह संस्था स्वयं में सेवा का पर्याय है और आगरा में जो सेवा की परंपरा है उस का प्रतीक है.
इस अवसर पर संस्थापक चिकित्सक डॉ रामबाबू अग्रवाल सहित 39वें चिकित्सक जो इस संस्थान को चिकित्सा सेवाएं दे रहे हैं एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया. समाज में विभिन्न स्तरों पर अपनी प्रतिभा से योगदान देने वाले मेयर नवीन जैन, डॉ आरएस पारिक, पूरन डावर, रजत अस्थाना, सुशील सरित, रश्मि मित्तल, डा एमसी गुप्ता, आर्किटेक्ट शशि शिरोमणि एवं पूजा सक्सेना का विशेष सम्मान किया गया. इस दौरान समारोह में बोलते हुए विशिष्ट अतिथि महापौर आगरा श्री नवीन जैन ने कहा की “इस संस्था द्वारा संचालित दातव्य चिकित्सालय जो सेवा कर रहा है उसके लिए न केवल इसके चिकित्सक जो निशुल्क सेवाएं दे रहे हैं बधाई के पात्र हैं बल्कि समाज के वे लोग भी बधाई के पात्र हैं जो इसे निरंतर सहायता दे रहे हैं.
इस अवसर पर विशिष्ट आकर्षण का केंद्र रही पुरुषोत्तम अग्रवाल रचित गीत नाटिका शिवरात्रि का नृत्य नाटिका के रूप में मंचन, जिसका निर्देशन लता शर्मा ने किया. संगीत परिकल्पना सुशील सरित की थी. संगीत निर्देशन सुभाष सक्सेना का था. तबले पर संगत की परमानन्द शर्मा एवं पैड पर बबलू कुमार ने. गायक स्वर थे सुशील सरित और कुमारी पूजा तोमर के. कलाकार थे ऐश्वर्या गोयल, काजल सुशांत, कामिनी, अंशुल, राधिका दीक्षित अंजली कुमारी, निखिल कुमार और अमन. तकनीकी सहयोग था तरुण श्रीवास्तव का और रंग संयोजन किया पंकज कुमार ने. इस अवसर पर संस्था द्वारा प्रकाशित स्मारिका का भी लोकार्पण किया गया. संचालन पूजा सक्सेना ने किया. धन्यवाद ज्ञापित रामकुमार अग्रवाल ने किया.