आगरालीक्स…आगरा से पूरी दुनिया के लिए उठी अंगदान की आवाज. आगरा में आज रिकॉर्ड लोगों ने लिया अंगदान का संकल्प, जानें कितने लोग हुए पंजीकृत
- अंगदान शपथ महाशिविर में 332 दधीचियों ने देहदान का लिया संकल्प,8003 ने भरा अंगदान का संकल्प पत्र,2520 व्यक्ति आयुष्मान योजना में किए गए पंजीकृत
- सरकार की तरफ से अंग प्रत्यारोपण के लिये अस्पतालों को सवा करोड़ और मरीजों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह की मिलेगी आर्थिक मदद – मा.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा मनसुख मांडविया।
प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और मा. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री, प्रो. एसपी सिंह बघेल की उपस्थिति में जीआईसी मैदान, आगरा में देश में पहली बार अंगदान संकल्प कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

जीआईसी ग्राउंड में आयोजित अंगदान संकल्प कार्यक्रम को संबोधित करते हुये केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने कहा कि अंगदान से बड़ा कोई पुण्य का काम नही है। जीते जी देश के नागरिकों को रक्तदान करना चाहिये और मृत्यु के उपरान्त अंगदान करना चाहिये। उन्होंने कहा कि अंगदान के माध्यम से किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद दूसरे व्यक्ति को नया जन्म मिलता है। डा. मांडविया ने कहा कि 2024 के अंत तक देश के हर मेडिकल कालेज में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा मिल सके, इसके लिये मशीनों की खरीद, डक्टरों की उपलब्धता और ट्रेनिंग सुनिश्चित की जायेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो भी अस्पताल अंग प्रत्यारोपण की सुविधा अपने यहां खोलना चाहेंगा, उन्हें भारत सरकार की तरफ से सवा करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि अंगदान के दौरान मरीज को जीवन भर दवाईयां खानी पड़ती है, कई टेस्ट कराने पड़ते हैं, इसके लिये उस मरीज को केंद्र सरकार की तरफ से प्रतिमाह 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जायेगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि अंगदान को 2 प्रतिशत से बढाकर 60 प्रतिशत करना है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि देश में डेढ़ लाख लोग की दुर्घटना से मुत्यु हो जाती है ऐसे में एक व्यक्ति मरणोपरांत आठ लोगों को जीवन दे सकता है। मनुष्य के कई सारे अंगों का दान किया जा सकता है। यह सिर्फ हृदय, लिवर और गुर्दे का दान नहीं होता। पैनक्रियाज, फेंफड़े, छोटी और बड़ी आंत,त्वचा, हड्डी, हार्ट वाल्व और टेंडन जैसे टीश्यूज को भी दान कर सकते हैं। दान किया हुआ यह अंग किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि एसएन मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर है, जिसमें शारीरिक आपरेशन किया जाता है, शीघ्र ही अंग प्रत्यारोपण हेतु सुविधाओं को प्रदान किया जायेगा, इसके लिये अहमदाबाद के डाक्टर प्रशिक्षण देने के लिये तैयार हैं। वीडियो संदेश के माध्यम से, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने हमेशा नागरिकों के स्वास्थ्य और भलाई को सर्वोच्च महत्व दिया है। अंग दान प्रतिज्ञा पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि “ अंग दान करने से दूसरे व्यक्ति को नया जीवन मिल सकता है“। उन्होंने उपस्थित लोगों को अपने अंग दान करने का संकल्प लेने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि यह संदेश पूरे देश में गूंजे।