आगरालीक्स…आगरा में मेट्रो को लेकर दावा है कि इससे शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक से निजात मिलेगी. सिकंदरा से ताजमहल तक जाना होगा आसान. एमजी रोड से भी ट्रैफिक होगा कम..ये हैं आगरा मेट्रो की विशेषताएं
आगरा में मेट्रो का काम इस समय बहुत तेजी से चल रहा है. एलिवेटेड स्टेशनों के साथ ही अंडरग्राउंड स्टेशनों का काम चल रहा है. शहर के एलिवेटेड स्टेशन ताज पूर्वी, बसई और फतेहाबाद रोड के स्टेशन का ढांचा तैयार हो गया है और अब फिनिशिंग का काम चल रहा है. इसके साथ ही ताजमहल, आगरा फोर्ट, जामा मस्जिद, आगरा कॉलेज, राजा की मंडी और आरबीएस कॉलेज के पास अंडरग्राउंड स्टेशन बनाने के काम को भी गति दी जा रही है. आगरा में मेट्रो को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि इससे शहर की सबसे बड़ी समस्या जाम से मुक्ति मिलेगी. लोग अपने वाहनों की अपेक्षा मेट्रो से आना-जाना बेहतर समझेंगे. सिकंदरा से ताजमहल जाना बहुत आसान हो जाएगा और इसके अलावा एमजी रोड पर भी मेट्रो चलने से इस पर से यातायात का बोझ कम होगा.
आगरा में जाम बहुत बड़ी समस्या है. एमजी रोड हो, हाइवे हो या फिर शहर के अन्य मुख्य मार्ग. अधिकतर जाम की समस्या से जूझते रहते हैं. सिकंदरा चौराहा से अगर किसी को ताजमहल जाना हो तो उसके लिए यह आसान नहीं है, क्योंकि उसे कई चौराहों पर जाम की स्थिति से दो-चार होना पड़ता है.
जानिए क्या होंगी आगरा मेट्रो की व्यवस्थाएं
आगरा मेट्रो ट्रेनों की विशेषताएँ:
- इन ट्रेनों में ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ का फ़ीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेनों में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 45% तक ऊर्जा को रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा। वायु-प्रदूषण को कम करने के लिए इन ट्रेनों में अत्याधुनिक ‘प्रॉपल्सन सिस्टम’ भी मौजूद होगा।
- इन ट्रेनों में कार्बन-डाई-ऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से चलेगा और ऊर्जा की बचत करेगा।
- ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए ये ट्रेनें संचारित आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से चलेंगी।
- आगरा मेट्रो की ट्रेनों की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की होगी।
- इन ट्रेनों की डिज़ाइन स्पीड 90 किमी./घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किमी./घंटा तक होगी।
- ट्रेन के पहले और आख़िरी कोच में दिव्यांगजनों की व्हीलचेयर के लिए अलग से जगह होगी। व्हीलचेयर के स्थान के पास ‘लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन’ होगा, जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को अधिक देर तक दरवाज़ा खुला रखने के लिए सूचित कर सकते हैं ताक़ी वे आराम से ट्रेन से उतर सकें।
- ट्रेनों में फ़ायर एस्टिंग्यूशर (अग्निशमन यंत्र), स्मोक डिटेक्टर्स और सीसीटीवी कैमरे आदि भी लगें होंगे।
- आगरा मेट्रो ट्रेनें थर्ड रेल यानी पटरियों के समानान्तर चलने वाली तीसरी रेल से ऊर्जा प्राप्त करेंगी, इसलिए इसमें खंभों और तारों के सेटअप की आवश्यकता नहीं होगी और बुनियादी ढाँचा बेहतर और सुंदर दिखाई देगा।
- इन ट्रेनों को अत्याधुनिक फ़ायर और क्रैश सेफ़्टी के मानकों के आधार पर डिज़ाइन किया गया है।
- हर ट्रेन में 24 सीसीटीवी कैमरे होंगे, जिनका विडियो फ़ीड सीधे ट्रेन ऑपरेटर और डिपो में बने सेंट्रल सिक्यॉरिटी रूम में पहुँचेगा।
- हर ट्रेन में 56 यूएसबी (USB) चार्जिंग पॉइंट्स भी होंगे।
- इन्फ़ोटेन्मेंट के लिए हर ट्रेन में 36 एलसीडी पैनल्स भी होंगे।
- टॉक बैक बटन: इस बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकते हैं। यात्री की लोकेशन और सीसीटीवी का फ़ुटेज सीधे ट्रेन ऑपरेटर के पास मौजूद मॉनीटर पर दिखाई देगा।