आगरालीक्स …आगरा में हार्ट अटैक, दुर्घटना में घायल मरीज की जान सीपीआर देकर कैसे बचाएं, डॉक्टरों ने 50 पुलिस कर्मियों को दिया प्रशिक्षण। ( Agra News : Training of Police person for CPR)
आगरा के पुलिस लाइन में डॉ. संजय चतुर्वेदी ने सीपीआर प्रक्रिया का विस्तृत प्रदर्शन किया। आगरा आर्थोपेडिक सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ.एके गुप्ता ने सीपीआर के बारे में जानकारी दी।
आकलन: अपने या रोगी के लिए किसी भी खतरे की जाँच करें। सुनिश्चित करें कि रोगी एक सख्त सतह पर है, अधिमानतः जमीन पर। धीरे से थपथपाकर और नाड़ी और श्वसन की जांच करके रोगी की चेतना का और सीपीआर की आवश्यकता का निर्धारण करें।
कॉल: यदि सीपीआर की आवश्यकता है, तो तुरंत आपातकालीन नंबर 102 या 112 पर सहायता का अनुरोध करें। यदि अकेले हैं, तो कॉल करने से पहले दो मिनट के लिए सीपीआर शुरू करें। साथ ही, एईडी (स्वचालित बाहरी डिफिब्रिलेटर) लाने का अनुरोध करें।
उपचार: अपनी हथेली को स्टर्नम के निचले एक तिहाई हिस्से पर रखकर, अपनी कोहनी को सीधा रखते हुए और रोगी के पास घुटने टेककर चेस्ट कंप्रेसन करें। अपने शरीर के वजन का उपयोग करके दृढ़ता से नीचे 2 इंच धकेलें और कंप्रेसन के बीच छाती को पूरी तरह से पुनर्प्राप्त करने दें। तब तक सीपीआर जारी रखें जब तक कि रोगी होश में न आ जाए या मदद न आए।