आगरालीक्स …..आगरा से एक और पहल, बेटी के जन्म पर किन्नर नहीं मांगेंगे नेग, अभी किन्नर बेटे और बेटी के जन्म पर 11 से 21 हजार का मांगते हैं नेग।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की जनपद स्तरीय समिति की सदस्य राधिका बाई ने आगरा से शुरूआत की है, बधाई देने के लिए जब किन्नर घर पहुंचेंगे, पता चलेगा कि बेटी का जन्म हुआ है तो अपनी तरफ से नेग नहीं मांगेगी। बेटी के जन्म की खुशी में जो परिवार द्वारा जितना नेग दिया जाएगा उसे स्वीकार करेंगी और बधाई गीत का गान करेंगी। बेटी और उसकी मां के साथ पूरे परिवार को आशीर्वाद भी देंगी। आगरा में पांच हजार किन्नर है, शुरूआत आगरा से ही की जा रही है।
प्रदेश भर में इसी तरह का किया जाएगा प्रयोग
राधिका बाई इस मुहिम को पूरे प्रदेश तक ले जाएंगी, इसके लिए वे सभी जिलों की जिलास्तरीय समिति को पत्र लिखेंगी, इसमें वे बेटी का जन्म होने पर अपनी तरफ से नेग न मांगने की अपील करेंगी। उनका तर्क है कि ऐसा इसलिए नहीं किया जा रहा है कि पुराने समय की तरह आज भी लोग बेटी के जन्म पर खुशी नहीं मानते हैं, ऐसा इसिलए किया जा रहा है क्योंकि बेटी को पढ़ाएं, बेटी को बचाएं उनका यह प्रयोग समाज में अभी भी कहीं इस तरह की सोच है कि बेटा बेटी से अच्छा है वह बदले।
आगरा के डॉ. नंदन सिंह ने बेटी के जन्म पर खाता खुलवाने का चलाया अभियान
बेटी को बचाने के लिए 2012 में सीएचसी किरावली के प्रभारी डॉ. नंदन सिंह ने प्रयोग शुरू किया, बेटी के जन्म पर उन्होंने अपनी तरफ से खाता खुलावाया, मिठाई बांटना शुरू किया। इससे कुछ ही महीने में किरावली क्षेत्र में बेटियों की संख्या बढ़ने लगी, उनका यह प्रयोग काम आया और लोगों की बेटियों के प्रति सोच बदली।