Agra News: Troubled by friend’s fraud, young man commits suicide…#agranews
आगरालीक्स…हेलो पुलिस! मैं मरने जा रहा हूं, मेरी जेब में एक कागज है जिसमें मौत का कारण है….आगरा में फंदे से लटका मिला युवक
आगरा में एक युवक ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है. सुसाइड करने से पहले उसने रात 11 बजे पुलिस को अपने मरने की सूचना दी और कहा कि वह मरने जा रहा है, उसकी जेब से एक कागज मिलेगा जिसमें मौत का कारण है. इसके बाद उसने फोन काट दिया. पुलिस की ओर से कई बार कॉल बैक किया गया लेकिन फोन नहीं उठा. तलाशते हुए सुबह जब पुलिस थाना खेड़ा राठौर के गांव गोंसिली पहुंची तो वहां एक युवक का शव खेत में फंदे से लटका हुआ मिला. पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर लिया है जिसमें मौत का कारण दोस्त के द्वारा की गई धोखाधड़ी है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
ये है पूरा मामला
गोंसिली गांव में राधेश्याम अपनी पत्नी पूजा और तीन बच्चों के साथ रहता था. पत्नी पूजा ने बताया कि राधेश्याम गुरुवार सुबह 11 बजे घर से निले थे और इसके बाद घर नहीं लौटे. कहकर गए थे कि दोस्त से मिलने जा रहा हूं. घरवालों ने भी उसे काफी तलाशा लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. शुक्रवार सुबह नौ बजे जब गांव वाले खेतों में जा रहे थे तो उन्होंने खेत में बनी एक झोपड़ी में राधेश्याम का शव लटका हुआ देखा. इधर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. जांच की तो उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला.
कुलदीप गुर्जर को बताया मौत का कारण
सुसाइड नोट में लिखा था कि मेरी मौत का कारण कुलदीप गुर्जर है. उसने दोस्ती का हवाला देकर उससे एक लाख रुपये और गाड़ी ले ली थी. वापस नहीं करने पर राधेश्याम ने धौलपुर में केस दर्ज कराया था. कुछ दिनों बाद उसने इस केस में राधेश्याम से राजीनामा करा लिया था. कुछ दिन बाद जब राधेश्याम ने अपने रुपये वापस मांगे तो उसने काह कि घर आकर दे जाउंगा. विश्वस करके गाड़ी ले आया. घर आकर देखा तो गाड़ी का काफी समान निकला और बदला हुआ था. साइलेंसर चेंज कर दिया था.इस पर जब राधेश्याम ने कुलदीप से फोन यिा तो उसने कहा कि एक दो दिन में बात करते हैं उसके बाद उसने बात करना बंद कर दिया. कुलदीप ने मेरे साथ फ्रॉड किया है.
मौत का बदला हो मौत
सुसाइड नोट में आगे लिखा है कि मेरी मौत का बदला मौत से लिया जाए. कुलदीप को फांसी की सजा दिलाई जाए. इसने विश्वासघात किया है. बाबा बटेश्वरनाथ के मंदिर मं जाकर कुलदीप, उसकी बहन, पापा और मामा ने कसम खाई थी इसलिए विश्वास करके राजीनामा दे दिया. सात दिन होने के बाद भी मेरे पैसे नहीं आए और न ही कॉल किया. मेरा जनाजा उठने से पहले आरोपी को सजा दी जाए.