आगरालीक्स…हार्ट अटैक आए व्यक्ति को सीपीआर तुरंत मिले तो 30 मिनट के अंदर जान बचाई जा सकती है. हर मिनट की देरी 17 प्रतिशत बचने की उम्मीदें करती हैं कम. एसएन में हुई बेसिक लाइफ सपोर्ट पर कार्यशाला
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा में शिशु बाल रोग विभाग और आईएपी आगरा चैप्टर द्वारा संयुक्त तत्वावधान में बेसिक लाइफ सपोर्ट पर कार्यशाला का आयोजन सेमिनार के रूप में किया गया. कार्यक्रम में प्रशिक्षित डॉ. सुनील अग्रवाल, डॉ. सोनिया भट्ट, डॉ. मधु नायक, डॉ. दिव्या श्रीवास्तव, डॉ. योगिता द्विवेदी के द्वारा मेडिकल छात्र, डॉक्टर व स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया. आईएपी आगरा के अध्यक्ष डॉ. अरुण जैन ने बताया कि कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है जिसके जरिए किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुक जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है. सचिव डॉ. योगेश दीक्षित ने बताया कि अचेत पड़े व्यक्ति को तुरंत सीपीआर देने से बचाया जा सकता है.

सभी को मॉडल के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया. सीपीआर तकरीबन 30 मिनट तक इंसान के शरीर में आक्सीजन और खून पूरे शरीर में प्रवाहित करने में सफल रहता हे. प्रत्येक मिनट की देरी तकरीबन 17 प्रतिशत बचने की उम्मीद को कम करती है. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुपता ने कहा कि सभी को सीपीआर टेक्निक सीखनी चाहिए ताक वो सीखकर दूसरों को सिखायें और लोगों की जान बचा सकें.