आगरालीक्स …नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद करने में बैंक अधिकारी फंस सकते हैं। कुछ बैंकों में 30 से 50 लाख रुपये बदल दिए गए, जबकि पांच से छह लाख रुपये ही एक्सचेंज किए जा सकते हैं। एक ग्राहक के रुपये बदलने में में दो से तीन मिनट का समय लगा और बैंक में पांच से सात घंटे तक नोट बदले गए। वहीं, एक व्यक्ति के चार हजार रुपये ही बदले जाने थे। मगर, कुछ बैंकों में 30 से 50 लाख रुपये के पुराने नोट बदल दिए गए। इन बैंकों की जांच की जा रही है, बैंकों के अधिकारी फंस सकते हैं।
आठ नवंबर को रात 12 बजे से 500 और एक हजार रुपये के नोट बंद हो गए। नौ नवंबर को बैंक बंद थी, 10 नवंबर से बैंक खुली तो लंबी लाइन लगी हुई थी। लोगों के आईडी प्रूफ से नोट बदले गए, इसमें में बैंक मैनेजरों ने खेल कर दिया। बाहर लोग लाइन में लगे रहे और शाम होते ही बैंक के गेट बंद कर दिए गए। इसके साथ ही बडे स्तर पर नोट बदलने का खेल बैंक में चलता रहा। इस तरह कई बैंकों में एक दिन में 30 से 50 लाख रुपये तक के नोट बदल दिए गए।
आईडी का बार बार किया गया इस्तेमाल
बैंक मैनेजरों ने मिलकर एक आईडी का बार बार इस्तेमाल कर नोट बदले गए। इसके साथ ही बडे स्तर पर नोट बदलने का खेल चलता रहा। आरबीआई द्वारा आगरा की बैंक में कराए गए स्टिंग में भी खेल पकडा गया है।
नोटबंदी के बाद खुले बैंक एकाउंट की जांच
नोटबंदी के बाद बडे स्तर पर नए एकाउंट खोले जा रहे हैं, इन सभी की जांच की जा रही है। इन एकाउंट में जो भी रकम जमा की जा रही है, उसका हर दिन का ब्योरा भेजा जा रहा है। इन एकाउंट से बडे स्तर पर कालेधन को सफेद किया गया। ऐसे में हर दिन इन एकाउंट में जमा हो रही रकम की सूची तैयार हो रही है।
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