नईदिल्लीलीक्स… कोरोना को नियंत्रित करने के लिए आज से ठीक एक वर्ष पूर्ण सम्पूर्ण देश में लॉकडाउन लगाया गया था, लेकिन आज भी कोरोना का कहर थमा नहीं है।
नागपुर में कोरोना मरीजों के लिए बेडों की कमी
महाराष्ट्र में हालात बेकाबू हो गए हैं। नागपुर में कोरोना मरीजों के लिए बेडों की कमी पड़ गई है। कोरोना बीच में कम जरूर हुआ लेकिन पूरी तरह नियंत्रित कभी नहीं हुआ। आपको याद दिला दें कि तब देश में 500 कोरोना संक्रमित सामने आने के बाद लॉकडाउन लगा गया था लेकिन बीते 24 घंटों में ही कोरोना संक्रमण के 53,476 मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में 251 मरीजों की मौत हो गई है। देश में अब तक 1,17,87,534 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि वायरस से मरने वालों की संख्या 1,60,692 हो गई है। पिछले 24 घंटों 26,490 लोग इस वायरस को मात देकर अपने घरों को लौट चुके हैं। अब तक 1,12,31,650 लोग कोरोना से मुक्त हो चुके है।
डबल म्यूटेंट से बढ़ा खतरा
कोरोना की दूसरी लहर में कई डराने वाले तथ्य हैं। इनमें सर्वाधिक अहम है देश में डबल औऱ नये म्यूटेंट का पाया जाना। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि भारत में कोरोना के नए वेरिएंट मिल गए हैं। कुछ राज्यों में इसके मामले काफी बड़ी संख्या में पाए गए हैं।
यूके वेरिएंट का ज्यादा प्रकोप
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा विज्ञप्ति के अनुसार जीनोम स्किवेसिंग के आधार पर देश की दस प्रयोगशालाओँ से आए परिणामों में बताया गया है कि देश में कोरोना के तीन नए वेरिएंट मिले हैं। ये हैं कोरोना का यूके वेरिएंट, साउथ अफ्रीका वेरिएंट और ब्राजीलियन वेरिएंट।
नये वेरिएंट ने सरकार को मुश्किल में डाला
कोरोना के नये वेरिएंट ने सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। अभी यह तय नहीं हुआ है कि देश में कोरोना संक्रमण में वृद्धि नए वेरिएंट की वजह से हुई है। अभी तक देश में 771 मामले ही नए वेरिएंट के सामने आए हैं, इनमें सर्वाधिक 736 यूके वेरिएंट के हैं।