आगरालीक्स… आगरा में एक कारोबारी और छात्र साइबररैनसम हमले का शिकार हुआ है, साइबर हमलावरों ने उनके डाटा को चोरी कर लिया, उनसे फिरौती मांगी गई, पैसे न देने पर डाटा डिलीट करने की धमकी दी जा रही है। साइबर सैल मामले की जानकारी कर रही है।
भारत सहित 100 देशों में साइबर हमला हुआ है, आगरा के कारोबारी और छात्र भी चपेट में आ गए। आगरा के कपडा कारोबारी को साइबर हमलावरों ने लिंक भेजा, इस पर क्लिक करते ही डाटा हैक कर लिया, डाटा वापस करने के लिए कारोबारी से फिरौती मांगी जा रही है। इसी तरह एक इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र का डाटा भी साइबर हमलावरों ने चोरी कर लिया है।
दुनिया भर में साइबर हमला
इससे पिछले चौबीस घंटों में सवा लाख से ज्यादा कंप्यूटर ठप हो गए। बदले में डिजिटल करेंसी ‘बिटक्वाइन’ में 300 से 600 डॉलर (16 हजार से 39 हजार रपए) तक फिरौती मांगी गई है, जिसे पूरा न करने पर डेटा हमेशा के लिए खत्म करने की धमकी दी गई है। विशेषज्ञों ने मांग पूरी करने से बचने के लिए कहा है क्योंकि डेटा दोबारा मिलने की गारंटी नहीं है। भारत में अलर्ट जारी विशेषषज्ञों के मुताबिक, अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) से चुराए हुए साइबर कोड ‘इटर्नल ब्लू’ को ‘वान्नाक्राई रैनसमवेयर’ के नाम से भी जाना जाता है। हमले के मद्देनजर भारत सरकार की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी) ने रिजर्व बैंक, शेयर बाजार और राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) जैसे संवेदनशील संस्थानों को अलर्ट जारी किया है।
इस तरह किया हमला
साइबर हमलावरों ने ई-मेल के जरिए बिल, रोजगार की पेशकश, सुरक्षा कारण का हवाला देकर संदिग्ध लिंक खोलने के लिए कहा। इसके बाद एक घंटे में ही हमले के 75 हजार मामले सामने आ गए। सबसे पहले स्वीडन, ब्रिटेन और फ्रांस से सूचना मिली। सबसे ज्यादा ब्रिटेन के अस्पताल, रूस, ताईवान और यूक्रेन प्रभावित हुए। ब्रिटेन में अस्पतालों में अफरा-तफरी मच गई। कई सर्जरी रद्द की गई, तो गंभीर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भेजा गया। ‘कैस्परस्काई’ लैब में कार्यरत सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने करीब सौ देशों में साइबर हमलों को रिकॉर्ड किया।
मांग रहे फिरौती
हैकरों ने ऐसे किया साइबर हमला एक संदिग्ध कोड कंप्यूटर के डेटा को ब्लॉक कर देता है आपको ई–मेल या इंटरनेट पर एक संक्रमित फाइल मिलती है। अगर आप इसे खोलते हैं तो संदिग्ध कोड आपके कंप्यूटर में प्रवेश कर जाता है। इनक्रिप्शन की आपका डेटा लॉक कर देती है। ‘की’ के बिना आपके कंप्यूटर पर मौजूद सभी फाइलें लॉक रहती हैं। कमांड और कंट्रोल सर्वर कुछ मिनटों में आपकी फाइलें लॉक हो जाती है और पहुंच से बाहर हो जाती है। अगर आप फाइल खोलने की कोशिश करते हैं तो एक संदेश दिखता है जिसमें फिरौती की मांग लिखी होती है। अगर आप रकम नहीं देते हैं तो आपकी फाइलें हमेशा के लिए गायब हो जाती है। बिटकॉइन करेंसी में ऑनलाइन भुगतान करने से आप हैकरों की जानकारी नहीं निकाल सकते। अगर आप भुगतान करते हैं तो — डार्कनेट में मौजूद किसी अज्ञात शख्स को यह राशि जाती है और आपको एक घंटे या कुछ देर में डेटा खोलने के लिए की मिल जाती है।
Leave a comment