आगरालीक्स…(26 December 2021 Agra News) आगरा की ओर से गोवर्धन में दिव्य छप्पन भोग महोत्सव शुरू. 25 हजार किलो फूलों से सजे दुर्ग में बिराजेंगे श्रीहरि…देखें फोटोज
महोत्सव का गोविन्दाभिषेक के साथ हुआ शुभारम्भ
27 दिव्य को होंगे दिव्य छप्पन भोग के दर्शन, भंडारा व भजन संध्या का होगा आयोजन
वैदिक मंत्रोच्चारण व गोविन्द सहस्त्रनाम संग गिर्राज जी महाराज का गोविन्दाभिषेक के साथ ही आज गोवर्धन में श्री गिर्राजजी सेवा मंडल द्वारा आयोजित दो दिवसीय दिव्य छप्पन भोग महोत्सव का शुभारम्भ गोवर्धन में हुआ। विधि विधान के साथ गिर्राजजी महाराज का अभिषेक सम्पन्न कर मंडल के सदस्यों ने गिर्राज जी महाराज की दुग्धधारा से भजन कीर्तन करते हुए परिक्रमा लगाई।

सभी श्रद्धालुओं ने की भक्तिभाव से परिक्रमा
श्रीराधा-कृष्ण के डोले के साथ कीर्तन मंडली के भक्तिमय भजनों पर सभी श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव के साथ परिक्रमा सम्पन्न की। संस्था के संस्थापक नितेश अग्रवाल ने बताया कि गोवर्धन तलहटी, आन्यौर परिक्रमा मार्ग स्थित श्री शरणानंद जी के आश्रम में 27 दिसम्बर को 25 फुट ऊंचे दिव्य सिंहासन पर गिर्राजजी महाराज व छप्पन भोग के दर्शन होंगे। प्रातः चांदी के कलश स्थापना के साथ छप्पन भोग महोत्सव का शुभारम्भ होगा। 11 हजार किलो मिष्ठान का छप्पन भोग लगेगा। जिसमें आगरा से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचेगे। इस अवसर पर मुख्य रूप से संस्थापक नितेश अग्रवाल, बल्केशवर महादेव मंदिर के महन्त कपिल नागर, सह संस्थापक मयंक अग्रवाल, अध्यक्ष रविन्द्र गोयल, मनोज गर्ग, अजय गोयल, कुलभूषण गुप्ता, श्याम माहेश्वरी, अजय सिंघल, पवन कुमार अग्रवाल, अंकुर अग्रवाल, विकास जैन, विशाल, पुनीत, अमित, विकास वर्मा, अशोक, नरेन्द्र, आशी अग्रवाल, प्राची, शिवानी, प्रीति, रेनू आदि उपस्थित थीं।

25 हजार किलो फूलों से सजे दुर्ग में बिराजेंगे श्रीहरि
इस वर्ष 25 हजार किलो फूलों से सजे और महकते भव्य दुर्ग में बिराजेंगे श्रीहरि। 25 फुट ऊंचे दुर्ग पर सबसे ऊपर श्रीहरि का अलौकिक सिंहासन होगा। गिरार्ज जी महाराज की इस अनुपन छटा को निहारने के लिए हजारों श्रद्धालु गोवर्धन पहुंचेंगे। लगभग एक माह से निर्माण में सहारपुर व कलकत्ता के कारीगर कड़ी मेहनत के साथ अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। ब्रज की संस्कृति व राजपूताना वास्तु के फ्यूजन पर आधारित दुर्ग के शानदार स्वरूप में विशाल गलियारे झरोखों की शानदार कारीगरी होगी।