आगरालीक्स.. आगरा बसपा सरकार में मंत्री रहे विधायक रामवीर उपाध्याय के बेटे चिराग उपाध्याय ने भाजपा ज्वाइन कर ली, ब्राहृमण वोट बैंक और उपाध्याय परिवार.
रविवार को आगरा के ब्रज क्षेत्र कार्यालय में पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के बेटे चिराग उपाध्याय पहुंचे। वे औपचारिक रूप से लखनऊ में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।
हाथरस से निर्दलीय चुनाव लडे, बसपा में मंत्री, ब्राह्रमण वोट बैंक में अहम किरदार
पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय मूलरूप से बामोली सादाबाद के रहने वाले हैं, लॉ की डिग्री लेने के बाद हाथरस से पहला चुनाव निर्दलीय लडा, भाजपा के राजवीर पहलवान से मामूली अंतर से चुनाव हार गए। अगला विधानसभा का चुनाव बसपा से लडा और चुनाव जीत गए, बसपा सरकार में ब्राहृमण वोट बैंक की धुरी बने रामवीर उपाध्याय ऊर्जा मंत्री बने। यहां से रामवीर उपाध्याय यूपी की राजनीति का बडा चेहरा उभर कर सामने आए।
राजनीति में पूरा परिवार
रामवीर उपाध्याय के बसपा सरकार में मंत्री बनने के बाद उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं, उनके भाई मुकुल उपाध्याय और रामेश्वर उपाध्याय भी राजनीति में आ गए। बडे भाई विनोद उपाध्याय ने भी राजनीति में कदम रखा और चुनाव की तैयारी की।
हाथरस के बाद आगरा, सादाबाद और अलीगढ
हाथरस के बाद पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय फतेहपुर सीकरी से एमपी का चुनाव लडी और जीत गईं। इसके बाद आगरा में भी सक्रियता बढ गई। हाथरस की सीट सुरक्षित होने पर पिछला चुनाव बसपा से सादाबाद से लडा और चुनाव जीत गए, वे बसपा के चुनिंदा विधायकों में एक हैं जो भाजपा की लहर में चुनाव जीत सके।
2019 में लोकसभा चुनाव में विवादों में आए, बसपा से निष्कासित
2019 के लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी सीट से बसपा ने सीमा उपाध्याय को प्रत्याशी घोषित किया, प्रचार भी शुरू हो गया लेकिन लोकसभा सीट पर भाजपा का दबदबा देख सीमा उपाध्याय ने चुनाव लडने से इन्कार कर दिया। इसके बाद अलीगढ सीट देने की मांग की, इसे लेकर विवाद गर्माता गया। मुकुल उपाध्याय ने अपने भाई के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद बसपा छोडकर भाजपा ज्वाइन कर ली। चुनाव के बाद सादाबाद से विधायक रामीवर उपाध्याय को बसपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया।

बेटे चिराग उपाध्याय का सक्रिय राजनीति में कदम, सीएम योगी से मिले रामवीर उपाध्याय
रामवीर उपाध्याय के दो बेटी और एक बेटा है, दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। उनके बेटे चिराग उपाध्याय विधानसभा चुनाव से सक्रिय हो गए थे। अब वे सक्रिय राजनीति में कदम रख रहे हैं। चिराग उपाध्याय ने भाजपा ज्वाइन की है, इस तरह ब्राहृमण वोट बैंक को भाजपा कैश करने में जुट जाएगी। यूपी के विधानसभा चुनाव तक राजनीति में तमाम बदलाव होने हैं। भाजपा ज्वाइन करने के बाद चिराग उपाध्याय का राजनैतिक करियर टिकट पर निर्भर करेगा, टिकट मिलने पर ही राजनीति की राह पर आगे बढ सकेंगे। इससे पहले पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय में सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले।