आगरालीक्स…. आगरा के एक बडे बिल्डर, बैंक मैनेजर सहित सात के खिलाफ करोडों की धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज कराया है। बिल्डर पर आरोप है कि अपनी तीन फर्मो के नाम पर फर्जी तरीके से पार्टनर की गारंटी लगा कर नौ करोड़ से अधिक के लोन लिया। पार्टनर ने बिल्डर और बैंक प्रबंधक समेत सात के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अनुपम इंफ्रा बिल्डर्स के मालिक रामअवतार अग्रवाल और कमला नगर के राधा विहार निवासी कृष्ण मुरारी गर्ग ने वर्ष 1996 में फीरोजाबाद रोड पर शाहदरा चुंगी के पास पांच बीघा जमीन खरीदी थी। रामअवतार अग्रवाल ने वर्ष 2014- 15 में न्यू आगरा स्थित बैंक ऑफ इंडिया से अपनी फर्म के नाम से पहले 2.38 करोड़ रुपये लोन लिया। इसके बाद दो बार और बैंक से लोन लिया गया। इस तरह तीन बार में नौ करोड़ से अधिक लोन ले लिया। कृष्ण मुरारी गर्ग का आरोप है कि इसमें गारंटी बतौर जमीन को लगाया और उनके फर्जी हस्ताक्षर भी कर दिए। लोन की किश्त जमा न होने पर वर्ष 2016 में गारंटर होने के कारण कृष्ण मुरारी गर्ग के पास नोटिस आया तब उन्हें ऋण की जानकारी हुई। अनुपम बिल्डर की तीन फर्मो के नाम पर ब्याज सहित 11 करोड़ रुपये की बकाएदारी है। कृष्ण मुरारी ने बैंक अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने एसएसपी से मामले की शिकायत की। इंस्पेक्टर न्यू आगरा नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी के मुकदमे में अनुपम बिल्डर्स के रामअवतार अग्रवाल, शशिबाला अग्रवाल, अनुपम अग्रवाल, पूर्वा अग्रवाल, रीना बंसल, बैंक ऑफ इंडिया न्यू आगरा के शाखा प्रबंधक सियाराम मीणा और उप प्रबंधक डीके अग्रवाल नामजद हुए हैं। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
लोकपाल में भी शिकायत
कृष्ण मुरारी गर्ग ने मामले की शिकायत बैंक अधिकारियों और लोकपाल से भी की है। यह मामला डेबिल रिकवरी ट्रिब्यूनल (डीआरटी) में रेफर कर दिया गया। इस केस की वहां सुनवाई चल रही है। मगर, बिल्डर उपस्थित नहीं हो रहे।