आगरालीक्स(26th August 2021 Agra News)… आगरा में पांच हजार से अधिक टैक्सी संचालक परेशान हैं। महंगे डीजल और पेट्रोल बना कारण। संचालकों ने नए वाहन खरीदने से बनाई दूरी। किराया नहीं बढ़ सका। किश्त तक नहीं जमा कर पा रहे।
खराब होती स्थितियां
आगरा में टैक्सी व्यवसाय की स्थिति खराब होती जा रही है। लोग अब टैक्सी व्यवसाय में आने से घबरा रहे हैं। कारण साफ है कि महंगा डीजल और पेट्रोल। उस पर कोरोना की मार। इस कारण टैक्सी वाहन खरीदने से लोगों ने दूरी बना ली है। अगर दो साल की बात करें तो नए वाहनों का सड़क पर आने का औसत महज 20 फीसदी ही है। यानि 20 प्रतिशत ही खरीद रह गई है।
कोरोना काल में सीमित हो गईं आर्थिक गतिविधियां
इस व्यवसाय से जुड़े निखिल गर्ग ने बताया कि आगरा में पांच हजार से ज्यादा टैक्सी वाहन संचालक परेशानी की स्थिति में हैं। उनको कोरोना काल में सीमित हुए गतिविधियों ने आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया है। जो ईएमआई महीने की पन्द्रह तारीख तक जमा कर देते थे, अब महीना बदलने तक भी पूर्ति करना मुश्किल हो रहा है। गाड़ी का रखरखाव महंगा हो गया है। अन्य खर्च भी बढ़े हैं।
पेट्रोल—डीजल के रेट बढ़े पर नहीं बढ़ा किराया
नमन ट्रैवल्स के संचालक मुकेश कुमार ने बताया कि डीजल और पेट्रोल के रेट तो बढ़ गए है। लेकिन किराया नहीं बढ़ा है। इससे प्रति किलोमीटर लागत 30 फीसदी तक बढ़ गई है। टोल हालांकि पैसेंजर देता है, लेकिन इसकी दरों में भी बीते साल से 25 फीसदी वृद्धि हुई है। आगरा जैसे शहरों में सबसे ज्यादा काम सहालगी रहता है। अब शादियों में मेहमानों को बुलाया ही नहीं जा रहा। ऐसे में भी टैक्सी काफी कम चलती है।
बाजार में नाममात्र के काम
उन्होंने बताया कि हम लोगों के पास नाममात्र के काम हैं। कोरोना से पहले जुलाई और अगस्त में कारोबारियों के समूह निकला करते थे। इस साल बिल्कुल भी बुकिंग नहीं है। हालात ऐसे हैं कि ड्राइवरों के खर्च भी नहीं निकल पा रहे। पुरानी गाड़ी के खरीदार इतनी कम रकम दे रहे कि बेचने का मन नहीं करता।
ग्राहकों के लिए महंगाई
नमन ट्रैवल्स के संचालक मुकेश कुमार ने बताया कि टैक्सी सेवाएं ग्राहकों को भी महंगी पड़ रही हैं। प्रति किलोमीटर की रेट भी बढ़ नहीं पा रही है। इससे गाड़ियों की किश्त निकालना भी मुश्किल हो रहा है। इससे भी कारोबार पर असर पड़ा है।
खरीद के आंकड़ों पर नजर
2018-2019 में नए मोटर कैब की खरीद: 937
2019-2020 में नए मोटर कैब की खरीद: 713
2020-2021 में नए मोटर कैब की खरीद: 145