आगरालीक्स…आगरा में सिख धर्म के तीसरे गुरु, गुरु अमरदास पातशाह जी का पावन प्रकाश पूरब खुशियों व उल्लास के साथ मनाया गया.
फेसबुक पर लाइव हुआ कीर्तन रसधारा
सिख धर्म के तीसरे गुरु, गुरु अमरदास पातशाह जी का पावन प्रकाश पूरब समूह गुरु नानक नाम लेवा साध संगत ने बड़ी खुशियों और उल्लास के साथ पावन गुरबाणी से जुड़ कर मनाया. “सुखमनी सेवा सभा” द्वारा फेसबुक के माध्यम से आयोजित कीर्तन दरबार में कीर्तन की रस धारा बही, प्यारे वीर महेंद्र पाल सिंह व साथियों द्वारा गुरु अमरदास पातशाह जी की व वडयाई में शबद “भले अमरदास गुण तेरे तेरी उपमा तोहे बन आवे ” का गायन किया गया और कहा की बारिश की बूंदों की गिनती की जा सकती है, बसंत में खिले फूलों की गिनती हो सकती हैं, सागर में लहरों की गिनती की जा सकती हैं लेकिन गुरु अमरदास पातशाह तेरे कितने गुण हैं, इसकी कोई गिनती नहीं कर सकता.
घरों में बैठकर फेसबुक पर लिया हिस्सा
साथ ही उन्होंने गुरू अमरदास पातशाह द्वारा उच्चारित बानी “सतगुरु की सेवा सफल है जे को करे चित लाए” अर्थात वही सेवा परमेश्वर के दरगाह में कुबूल होती हैं जो सच्चे मन से चित् जोड़कर की जाए और बिना कामना के की जाए दिखावे की सेवा प्रभु के दर पर कुबूल नहीं होती हैं. इस भव्य कीर्तन दरबार में सभी गुरु नानक नाम लेवा संगत ने बहुत बड़ी गिनती में अपने-अपने घरों में बैठकर फेसबुक के माध्यम से हिस्सा लिया और बानी का गायन किया व सरवन किया और गुरु महाराज की खुशियां प्राप्त की.
कोरोना महामारी से मुक्त होने की अरदास की गई
अंत में इस जगत में चल रही कोरोना रूपी महामारी के लिए भी शब्द का गायन करके इस बीमारी से मुक्त होने की अरदास की गई और अमर दास जी का शब्द “जगत जलंदा रख ले अपनी कृपा धा र ” हे प्रभु जो जगत में यह दुख का वातावरण है. आप अपनी कृपा करके इसे दूर करो. इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग गुरमीत सिंह सेठी, जगमीत सिंह गुलाटी ,अशोक अरोड़ा संजय जटाना, बंटी ग्रोवर आदि गणमान्य व्यक्तियों का रहा.