एटालीक्स …एटालीक्स हाथरस सत्संग की मौत के शव देखकर पुलिस कर्मी को हार्ट अटैक नहीं हुआ था, पुलिस कर्मी रविकुमार की डयूटी पोस्टमार्टम हाउस पर नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट पर एटा पुलिस ने बताया कि पुलिस कर्मी रवि कुमार की डयूटी अवागढ़ में क्यूआरटी पर थी। सीवियर अटैक पड़ा उन्हें क्यूआरटी टीम अस्पताल लेकर पहुंची लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। शव देखकर हार्ट अटैक पड़ने की खबर गलत है।
हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलरई गांव में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से 116 की मौत हो गई, इसमें 108 महिलाएं और आठ बच्चे हैं। के मामले में थाना सिकंदराराऊ की चौकी पोरा के प्रभारी उपनिरीक्षक ब्रजेश पांडेय ने मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें कहा गया है कि फुलरई, मुगलगढ़ी के मध्य जीटी रोड सिकंदराराऊ में गुरु साकार विश्वहरि सूरपाल सिंह उर्फ भोलेबाबा के कार्यक्रम के लिए देव प्रकाश मधुकर पुत्र रामसिंह निवासी न्यू कॉलोनी दमदपुरा कस्बा सिकंदराराऊ, हाथरस ने अनुमति ली थी, कार्यक्रम में 80 हजार लोगों के आने की जानकारी दी गई थी।
2.50 लाख से अधिक लोग पहुंचे, भोले बाबा के गुजरने के बाद धूल समेटने से हुई भगदड़
कार्यक्रम में 2.50 लाख लोगों की भीड़ पहुंची, मंगलवार दोपहर दो बजे भोले बाबा का काफिला गुजरने के बाद लोग उनके मार्ग से धूल समेटने लगे। कार्यक्रम स्थल पर भीड़ अधिक थी, भीड़ के दबाव के चलते धूल लेने के लिए झुके अनुयायी दबने कुचलने लगे, चीख कुमार मच गई। जीटी रोड के दूसरी ओर करीब तीन मीटर हरे खेतों में भरे पानी व कीचड़ में लोग फंस गए, सेवादारों ने डंडे लेकर उन्हें रोक दिया। इससे दबाव और बढ़ता गया, भगदड़ मचने से महिलाएं और बच्चे कुलचने लगे। आयोजकों ने उन्हें बचाने के प्रयास नहीं किए।
साक्ष्य छिपाने के प्रयास
तहरीर में यह भी कहा गया है कि आयोजकों द्वारा भीड़ की संख्या छिपाई गई, 80 हजार की अनुमति लेकर 2.50 लाख अनुयायी बुला लिए गए। भगदड़ के बाद मौके पर पूछे अनुयायियों के छूटे सामान, कपड़े, जूते चप्पल उठाकर आस पास के खेत में फसल में फेंक कर साक्ष्य छिपाया गया। हादसे में निर्दोष लोगों की मौत हुई है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 110 126 2 223 238 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
हादसे के बाद का वीडियो और कारण आया सामने
हाथरस के फुलरई गांव में जहां सत्संग हो रहा था उसके दूसरी तरफ के खेत निचाई पर थे और बारिश से खेत की मिटटी गीली हो गई थी। भगदड़ मचने पर एक के बाद एक अनुयायी मिटटी में गिरते गए। अनुयायी मिटटी से निकल नहीं सके और एक ऊपर एक अनुयायी गिरते गए। जब तक भगदड़ रुकती, 200 से अधिक अनुयायी भगदड़ में गिर गए। वीडियो में मिटटी से निकलते हुए कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं। सड़क पर बस खड़ी हुई हैं उस पर लोग खड़े हैं, जहां हादसा हुआ वहां लोगों की भीड़ लगी हुई है।
आगरा के अनुयायियों सहित 120 से अधिक की मौत
भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए हाथरस, एटा, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद से अनुयायी गए थे, हादसे में 120 से अधिक की मौत हुई है। इसमें आगरा के अनुयायी भी शामिल हैं। इनके शव आगरा लाए जा रहे हैं।