Huge crowd in Monday Market in Raja Ki Mandi, Agra #agranews
आगरालीक्स …(.Agra News 22nd November)आगरा के इस बाजार में सोमवार को भीड़ देखिए, पैर रखने की जगह नहीं, आप जानते हैं किस बाजार का है यह फोटो। यहां सबसे ज्यादा बारगेनिंग यानी मोलभाव, 500 के रेट और 200 रुपये में में मिल जाता है।
आगरा के राजा की मंडी बाजार में सोमवार को साप्ताहिक बंदी रहती है। मगर, यहां सोमवार को बाजार लगता है, फड़ लगती हैं, यहां सुबह से रात तक भीड़ लगी रहती है। कपड़ों से लेकर हर सामान यहां मिलता है और बागेनिंग भी जमकर होती है। महिलाओं, युवती और युवाओं के पसंदीदा बाजारों में राजा की मंडी भी है।
500 रुपये का सामान 200 रुपये में
सर्दियों के सीजन में राजा की मंडी बाजार में कपड़ों की फड़ सबसे ज्यादा हैं। इसमें गर्म कपड़ों के साथ ही शादी समारोह के लिए फैंसी कपड़ों से लेकर जूता और सैंडल की फड़ भी लगी हुई हैं। कास्मेटिक के सामान से लेकर घर की सजावट का सामान भी बाजार में है। इस बाजार की खासियत बारगेनिंग है, यहां बारगेनिंग खूब होती है। दुकानदार भी बारगेनिंग को देखते हुए रेट बताते हैं, आलम यह है कि दुकानदार जिस सामान के रेट 500 रुपये बताते हैं वह 200 रुपये तक में दे देते हैं।
महिलाओं का पसंदीदा बाजार
राजा की मंडी बाजार महिलाओं का पसंदीदा है। शहर की महिलाएं राजा की मंडी बाजार में शॉपिंग करना चाहती हैं। यहां हर सामान मिल जाता है, वैराइटी के साथ ही सस्ता भी है। इसलिए महिलाएं राजा की मंडी बाजार से ही शॉपिंग करना चाहती हैं।
एक किलोमीटर लंबा बाजार तीन हिस्सों में बंटा
राजा की मंडी बाजार करीब एक किलोमीटर लंबा है, यह बाजार राजा की मंडी चौराहे से लेकर रेलवे फाटक तक है। राजा की मंडी चौराहा, एमजी रोड से लेकर लाभचंद मार्केट तक पहला हिस्सा है। इसमें कास्मेटिक, लेडीज आइटम, पर्स से लेकर बेल्ट तक और किताबों की दुकानें हैं। जबकि दूसरा हिस्सा भारत टॉकीज से लेकर राजा की मंडी तिराहे तक है। इसमें कपड़ों की दुकान और शोरूम हैं, लेडीज कॉर्नर, बच्चों के कपड़ों, घर के साज सजावट के सामान की दुकाने हैं। तीसरा हिस्सा राजा की मंडी तिराहे से लेकर रेलवे फाटक तक है। इसमें शादी समारोह के सामान, कपड़ों के थोक की दुकान हैं।
कचौड़ी, गोलगप्पे, भल्ला, जूस और गर्मियों में लस्सी
राजा की मंडी बाजार में युवा खाने के लिए भी पहुंचते हैं। यहां सुबह के समय कचौड़ी का नाश्ता, जूस और गर्मियों में लस्सी पीने के लिए लोग पहुंचते हैं। इसके साथ ही शाम को गोलगप्पे और भल्ले खाने के लिए भी राजा की मंडी में लोग जाते हैं।