Lord Jagannath is ill, he is being treated with 64 types of herbs, brother Balabhadra and sister Subhadra are also unwell
ओडिशालीक्स.. भगवान जगन्नाथ बीमार हैं और विश्राम कर रहे हैं, उनका 64 प्रकार की जड़ी-बूटियों से चल रहा है इलाज।
श्री जगन्नाथ मंदिर के पट चल रहे हैं बंद
भगवान जगन्नाथ देव पूर्णिमा से बीमार हैं। भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की भी तबीयत खराब है। इसकी वजह से वह 15 दिनों के लिए अणासार कक्ष में विश्राम कर रहे हैं। मंदिर के पट बंद हैं। भक्तगण भगवान के दर्शन नहीं कर सकते।
जड़ी-बूटियों के काढ़े और औषधियों से भगवान का उपचार
इस अवधि के दौरान भगवान के सेवादार विभिन्न जड़ी-बूटियों के काढ़े और औषधियों से भगवान का उपचार कर रहे है, ताकि वे जल्द ही स्वस्थ हो सकें। रात को सोते समय ठंडा दूध दिया जा रहा है।
मंदिर की घंटी भी नहीं बजाई जाती
मंदिर की घंटी भी नहीं बजाई जाती है। भगवान जगन्नाथ का यह विश्राम का समय भक्तों के लिए श्रद्धा और सेवा का अवसर है, जिसमें वे भगवान की शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।