आगरालीक्स ( Health Is Wealth )……. किडनी की पथरी आम बीमारी बन चुकी है। पाठक सुपर स्पेशलिटी के विशेषज्ञों के अनुसार ‘किडनी में 90 फीसदी लोगों को कैल्शियम ऑक्जलेट पथरी होती है और इसकी वजह खान-पान और कम पानी पीना होता है।’ कैल्शियम ऑक्जलेट के अलावा कुछ लोगों को यूरिक एसिड और फॉस्फेट पथरी भी होती है। यूरिक एसिड पथरी की वजह अधिक प्रोटीनयुक्त भोजन हो सकती है और फॉस्फेट पथरी दूध और दूध से बनी चीजों के ज्यादा सेवन से। ‘अगर रोजाना कम से कम तीन लीटर यानी 8-9 गिलास पानी पिया जाए और शारीरिक तौर पर एक्टिव रहें तो किडनी की पथरी की संभावना लगभग नहीं के बराबर होती है। इसलिए पानी इस बीमारी से बचाने के लिए सबसे बड़ा हथियार है। पथरी बनने की प्रक्रिया में वक्त लगता है और अगर पर्याप्त मात्रा में पानी पिया जाए तो पथरी बड़ी होने से पहले अपने आप ही मूत्रमार्ग से बाहर निकल सकती है।’ पथरी बहुत बार लंबे समय तक दर्द नहीं करती, लेकिन दर्द न होने के बावजूद लंबे समय तक उसका किडनी में रहना किडनी के लिए खतरनाक है इसलिए जितना जल्दी हो उससे छुटकारा पाने का प्रयास करना चाहिए। लंबे समय तक पथरी रहने पर उससे किडनी खराब होने की नौबत भी आ सकती है।
तो कराना पडता है आॅपरेशन
किडनी की पथरी में ऑपरेशन जरूरी नहीं है। अगर पथरी का साइज 5-6 मिलीमीटर है तो वह बिना ऑपरेशन के भी अपने आप पेशाब के रास्ते निकल सकती है। इसके लिए सबसे जरूरी पहले अल्ट्रासाउंड के जरिए यह पता लगाना है कि आपकी पथरी दरअसल है कितनी बड़ी। 6.5 एमएम से ज्यादा बड़ी पथरी का बिना ऑपरेशन बाहर निकलना संभव नहीं होता, जब तक वह टुकड़ों में न टूटे।
ये न खाएं
‘पालक, टमाटर कम लेने के साथ-साथ मेवों ऑर चॉकलेट का भी सेवन कम करना चाहिए। जो लोग यूरिक एसिड स्टोन से पीड़ित हैं, उन्हें साबुत दालों, मशरूम और मांस को सेवन कम से कम करना चाहिए।’
आगरा में एक छत के नीचे आॅपरेशन से लेकर जांच और अत्याधुनिक तकनीक से इलाज की सुविधाएं पाठक हॉस्पिटल, 100 फुट रोड ताजनगरी फेज टू में दी जा रही हैं। हेल्प लाइन नंबर ……..0562 2970883, 2970884, 09412257790 पर संपर्क कर सकते हैं।
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