प्रयागराजलीक्स…महाकुंभ-2025 के लिए बस अब कुछ ही समय रह गया है। छह प्रमुख स्नान होंगे। जूना अखाड़ा, रुद्राक्ष वाले बाबा सहित कई होंगे आकर्षण का केंद्र। सीएम ने देखी व्यवस्थाएं
महाकुंभ के प्रमुख स्नान यह होंगे
प्रयागराज के महाकुंभ के लिए साधु-संतों का पहुंचना शुरू हो गया है। महाकुंभ में इस बार छह प्रमुख स्नान है। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा, 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 20 जनवरी को माघी अमावस्या, 03 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का प्रमुख स्नान होगा।
जूना अखाड़े का गाजे-बाजे के साथ प्रवेश
महाकुंभ 2025 में कई आकर्षण का केंद्र होंगे। जूना अखाड़े ने कुंभ नगरी में किया प्रवेश कर लिया है। हाथी,घोड़ा पालकी,गाजे-बाजे के साथ साधुओं के साथ आए हैं। कालिंदी उत्सव के बाद सजेगा महकुंभ में अखाड़ा जो आस्था के इस महापर्व में सभी को आकर्षित करता हैय़
रुद्राक्ष वाले बाबा का भी रहेगा बोलबाला
इस बार महाकुंभ रुद्राक्ष वाले बाबा गीतानंद गिरी जी को लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं। वह 45 किलो की रुद्राक्ष मालाएं करते हैं धारण। उन्होंने सवा लाख रुद्राक्ष पहनने का संकल्प लिया हुआ है।
सीएम का महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर विशेष फोकस
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रयागराज पहुंचकर महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अरैल में बनी टेंट सिटी और दशाश्वमेध घाट के कार्यों का निरीक्षण किया। इसके साथ ही दशाश्वमेध महादेव मंदिर में पूजन के बाद मेला प्राधिकरण के कार्यालय में समीक्षा बैठक की।
तीस पांटून पुल में से अब तक सिर्फ 20 पूरे हुए
सीएम ने पांटून पुल, चकर्ड प्लेट, शौचालय, अस्पताल, बिजली और पानी की पाइपलाइन जैसी बुनियादी सुविधाओं की प्रगति का आकलन किया। जानकारी के अनुसार, मेला क्षेत्र में बनने वाले 30 पांटून पुलों में से अब तक केवल 20 का निर्माण हुआ है।
तैयारियां 30 दिसंबर तक पूरी करने के निर्देश
संतों और श्रद्धालुओं को हो रही असुविधा पर नाराजगी जताते हुए सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी कार्य 30 दिसंबर तक हर हाल में पूरे किए जाएं।उन्होंने चेतावनी दी कि निर्धारित समय सीमा में काम पूरा न होने पर संबंधित विभागों की जवाबदेही तय की जाएगी। महाकुंभ की तैयारियों में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को समन्वय से कार्य करने पर जोर दिया।