आगरालीक्स…. आगरा में द्रश्यम मूवी में अजय देवगन की तरह एक युवक ने विवाहिता प्रेमिका की हत्या की, कोई सुबूत नहीं छोडे, पुलिस भी थक गई, महिला के पति ने आत्महत्या की धमकी दी तो पुलिस ने युवक से सख्ती से पूछताछ की और मामला खुल गया।
द्रश्यम मूवी में अजय देवगन ब्लैकमेल कर रहे युवक की हत्या करने के बाद कोई सुबूत नहीं छोडता है, यहां हत्या का कारण अलग था लेकिन सुबूत न रहें, इसके लिए मूवी की तर्ज पर काम किया गया। दरअसल आगरा के दीप विहार निवासी आराम सिंह ने पत्नी के गायब होने पर पड़ोस में चेन फैक्टरी चला रहे जितेंद्र पर शक जाहिर किया था। आराम सिंह अपने मासूम बच्चों स्पर्श, संघर्ष, आकाश व आदर्श के साथ तभी से थाने-चौकी के चक्कर काट रहा था। सुनवाई न होने पर बच्चों सहित आत्मदाह की धमकी दी थी। इसके बाद आईजी के निर्देश पर सक्रिय हुई पुलिस मामले के खुलासे में जुट गई थी। इंस्पेक्टर न्यू आगरा नरेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी जितेंद्र नगलापदी का निवासी है। खुद कारीगर है। गीता को उसने फैक्ट्री मालिक होने का झांसा देकर प्रेम जाल में फंसाया था। जितेंद्र की शादी तय हो गई थी। मार्च में शादी होनी थी। मंगेतर की परीक्षाएं थीं इस कारण कुछ समय के लिए शादी टल गई। यह जानकारी शादीशुदा गीता को हुई तो उसने झगड़ा किया। जितेंद्र से कहा कि वह उसे दुराचार में जेल भिजवा देगी।
गीता को मथुरा छोड़कर वापस आया था जितेंद्र
गिरफ्तार जितेंद्र ने पुलिस को बताया कि योजना के तहत उसने गीता से कहा कि वह उसे भगाकर ले जाएगा। वह उसे मथुरा में अमर सेवा सदन में छोड़कर खुद आगरा लौट आया। ताकि कोई उस पर शक नहीं करे। दस मार्च को दोबारा मथुरा पहुंचा। 11 मार्च को कमरा छोड़ा और उसे पश्चिम एक्सप्रेस पके एच-3 कोच में सीट नंबर 34 पर बिठा दिया, उसने गीता का रिजर्वेशन करा रखा था। जबकि खुद जनरल टिकट से उसके साथ बैठ गया। स्टेशन के पास गीता ने कोल्ड ड्रिंक मांगी। उसने उसमें जहर (पोटेशियम हाइड्रो आक्साइड) मिला दिया। यह जहर चेन फैक्टरी में सफाई के काम आता है उसकी तबियत बिगड़ी तो गोद में उसका सिर रख लिया। जब देखा वह नब्ज धीमी हो गई है तो उस डिब्बे से चला गया।
गोधरा में अज्ञात में पोस्टमार्टम
न्यू आगरा पुलिस ने बताया कि गीता का शव डेरोल के पास यात्रियों की सूचना पर जीआरपी ने कब्जे में लिया था। गोधरा (गुजरात) रेलवे पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। बिसरा सुरक्षित रखा गया है। गीता का अज्ञात में दाह संस्कार कर दिया गया था। जितेंद्र की कहानी पर पुलिस ने गोधरा संपर्क किया था। बात सही निकली।
पुलिस से बच गया था जितेंद्र
जितेंद्र को न्यू आगरा पुलिस ने पूर्व में दो बार पकड़ा था। आराम सिंह का आरोप है कि उससे सख्ती से पूछताछ नहीं हुई। पैरोकार उसे छुड़ा ले गए। वह पहले दिन से उस पर शक जाहिर कर रहा था।
Leave a comment