मथुरालीक्स…मदर्स डे से पहले मां के निधन पर अंतिम संस्कार को लेकर बेटे और बेटियों में विवाद, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद जानें किसे मिली अंतिम संस्कार की अनुमति।
मदर्स डे से पहले आगरा मंडल के मथुरा का मामला सामने आया है। मथुरा के द्वारिकापुरी मोहल्ला में 85 साल की ब्रहृम देवी का शुक्रवार दोपहर निधन हो गया, वे चार दिन से अस्पताल में भर्ती थी। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी, इसी दौरान ब्रहृम देवी के बेटे योगेश चौधरी आ गए, उन्होंने मां के साथ रहकर उनकी देखरेख कर रही बहन आशा चौधरी सहित अन्य दो बहन आभा और अरुणा पर मां की हत्या करने के आरोप लगाए। उन्होंने पुत्र होने के नाते अंमित संस्कार करने के लिए कहा, इस पर बहनों ने भाई को अंतिम संस्कार करने से रोक दिया, इसे लेकर जमकर विवाद हुआ।
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद हुआ अंतिम संस्कार
बुजुर्ग महिला की मौत के बाद अंतिम संस्कार को लेकर हुए विवाद की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। उन्होंने दोनों पक्षों से बात की लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं हुआ, दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे। इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद और परिवार की काउंसिलिंग करने के बाद योगेश चौधरी के बेटे और उनकी बहन के बेटे से अंतिम संस्कार कराया।
संपत्ति का विवाद
बुजुर्ग ब्रहृम देवी के तीन बेटियां आशा, आभा और अरुणा के साथ ही दो बेटे योगेश चौधरी और अशोक चौधरी हैं, उनके पति ओमकार चौधरी कस्टम विभाग में अधिकारी थे उनका निधन हो चुका है, बड़े बेटे अशोक चौधरी का भी निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि संपत्ति को लेकर विवाद है, बहनों का आरोप है कि भाई ने मां की देखरेख नहीं की और अब संपत्ति लेने के लिए अंतिम संस्कार करना चाहता है जबकि बेटे योगेश का आरोप है कि बहनें मिलकर संपत्ति लेना चाहती हैं। बताया जा रहा है ओमकार चौधरी के निधन के बाद भी विवाद हुआ था।