आगरालीक्स… आगरा रीजन के नयति मेडिसिटी में एक छोटे छेद से मिनिमल इन्वेसिव सफल कार्डियक सर्जरी की गई, एक बच्ची और युवक की कार्डियक सर्जरी बडी उपलब्धि है।
रविवार को आगरा के होटल लार्ड पीएल पैलेस में आयोजित प्रेसवार्ता में नयति मेडिसिटी के कार्डियक डिपार्टमेंट के हेड डॉ वेणुगोपाल रामाराव ने बताया कि हाथरस निवासी एक बच्ची के दिल में छेद था, उसका इलाज आॅपरेशन से ही हो सकता था। मगर, हार्ड सर्जरी के बाद निशान रह जाने के डर से आॅपरेशन नहीं कराया। वे नयति मेडिसिटी में पहुंचे, यहां बच्ची का अत्याधुनिक मिनिमल इन्वेसिव के द्वारा साइड में एक छोटा चीरा लगाकर आॅपरेशन किया गया। हार्ड सर्जरी के बाद निशान न रहने पर युवती के परिजन खुश हैं।
24 साल से दिल में छेद, एक चीरे से हुआ आॅपरेशन
उत्तराखंड निवासी आशीष पाल के बचपन से दिल मे छेद था। परिवारजनों ने इसके उपचार के लिए दिल्ली और एनसीआर के कई बड़े अस्पतालों में दिखाया लेकिन अच्छा इलाज नहीं मिला। उनके परिचित ने नयति मेडिसिटी के विश्वस्तरीय उपचार एवं प्रसिद्ध चिकित्सों के बारे में जानकारी दी, इसके बाद आशीष पाल यहां आए, डा वेणुगोपाल रमाराव व उनकी टीम ने आशीष पाल के परिवारजनों को इस बीमारी से निजात का भरोसा दिलाया। डाक्टरों ने आशीष पाल के परिवारजनों को इस रोग का इलाज न होने पर भविष्य में होने वाली परेशानियों के बारे में विस्तार से समझाया। डा वेणुगोपाल व उनकी टीम ने 24 साल से दिल में छेद की बीमारी से जूझ रहे आशीष पाल की सर्जरी भी मिनिमली इन्वेसिव सर्जरी की।
नयति मेडिसिटी के सीईओ डा आर के मनी ने कहा कि नयति मेडिसिटी शुरू करने के पीछे हमारा सबसे बड़ा उद्देश्य यही था कि टीयर2 और3 के मरीजों के पास तक विश्वस्तरीय उपचार पहुंचाया जाए। यह सर्जरी उसी प्रयास का एक उदाहरण है। हमें खुशी है
Leave a comment