आगरालीक्स… आगरा में रात को बारिश शुरू हो गई है, मानसून की झमाझम बारिश से पहले का रिहर्सल चल रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि एक जुलाई से आगरा सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून आ जाएगा।
बुधवार को दोपहर में बारिश से मौसम का मिजाज बदला लेकिन रात होते होते उमस बढ गई। रात 12 बजे से बारिश शुरू हो गई।
मंगलवार को आगरा प्रदेश का दूसरा सबसे गर्म शहर रहा, बांदा पहले नंबर पर रहा और तापमान 41 4 डिग्री दर्ज किया गया, आगरा का तापमान 41 2 डिग्री रहा, यह सामान्य से दो डिग्री अधिक है। जबकि न्यूनतम तापमान 31 9 डिग्री दर्ज किया गया, यह सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। 25 जून के बाद से आगरा में बारिश के आसार बन रहे हैं, मानसून बिहार के पटना और मध्य प्रदेश के सतना तक पहुंच चुका है, यह एक जुलाई तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहुंच जाएगा। इससे पहले बुधवार सुबह बूंदाबांदी हुई लेकिन उमस कम नहीं हुई है।
25 जून से शुरू होगी थाी बारिश
इस साल आगरा में जमकर बारिश होगी, मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी किए गए पूर्वानुमान के अनुसार आगरा में मानसून 25 जून के बाद प्रभावी होगा। इस बार जून के अंत से सितंबर तक जमकर बारिश होगीै
मंगलवार को मौसम विज्ञान विभाग दक्षिणी-पश्चिमी मानसून का दूसरा पूर्वानुमान जारी कर दिया। इसमें जुलाई में 96 फीसद और अगस्त में 99 फीसद बारिश की सभावना है।
आगरा सहित दिल्ली में 25 जून से मानसून
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. के जे रमेश के अनुसार पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड सहित पूर्वी राज्यों में 13 से 14 जून तक मानसून प्रभावी हो जाएगा। दिल्ली सहित आगरा व मध्य एवं उत्तरी भारत में 25 जून के बाद पहुंचेगा। इस बार मानसून पर अलनीनो का खास असर नहीं दिखाई देगा। आखिरी चरण में थोड़ा बहुत असर पड़ सकता है।
100 फीसद तक मानसून
मानसून सीजन (जून-सितंबर) के दौरान 98 फीसद बारिश होने का अनुमान है। मध्य भारत में मानसून औसत से 100 फीसद तक रहेगा। आइएमडी द्वारा पहला अनुमान 18 अप्रैल को जारी किया गया था। इसमें दीर्घावधि औसत के मुकाबले 96 फीसद मानसून की बात कही गई थी।
2016 में हुई बारिश
आगरा में देश में सबसे ज्यादा बारिश हुई। वहीं, जुलाई महीने में बारिश के कई साल के रिकॉर्ड टूट गए हैं, अभी तक 535.6 मिमी बारिश हो चुकी है। यमुना भी उफान पर आने लगी है, इसकी तरह की बारिश होने पर यमुना में बाढ आने के साथ शहर के हालात बिगड सकते हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, महीने के अंत तक यह 600 मिमी का आंकड़ा छू लेगी। बीते साल केवल 450 मिमी ही बारिश आगरा में हुई थी। गुरुवार को भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित आगरा में बारिश के आसार बने हुए हैं। शाम को तेज बारिश के बाद शुक्रवार तक बूंदाबांदी हो सकती है।
बुधवार को सुबह से लेकर शाम तक शहर में बारिश हुई, इस दौरान आगरा में 74.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, देश के अन्य हिस्सों में जम्मू, कटरा, में 5 सेमी, श्रीनगर, भद्रवाह, दिल्ली में चार सेमी बारिश दर्ज की गई। इस तरह आगरा में जुलाई महीने में बारिश 535.6 मिमी हो चुकी है, जबकि जुलाई में औसत 201 मिमी होती है।
तापमान में एक डिग्री का अंतर
बारिश से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। दिन में पारा चार डिग्री गिरकर 29.8 डिग्री पर आ गया तो वहीं न्यूनतम तापमान चार डिग्री बढकर 28.7 डिग्री पर आ गया। यह पहला मौका है, जब दिन और रात का पारा 28-29 डिग्री के बीच ही बना रहा, जबकि गर्मियों में यह अंतर 20 डिग्री के करीब रहता है।