News @ 1 pm on 8th September-2022
नईदिल्लीलीक्स… बिहार के सीएम नीतीश मिशन-2024 में जुटे। महिला ने एक साथ दो पुरुषों के बच्चों को जन्म दिया। आतंकी याकूब की कब्र पर सजावट पर सियासत।
दस विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात की
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महागठबंधन में वापसी के बाद मिशन-2024 में जुट गए हैं। उन्होंने अपने दिल्ली दौरे के दौरान तीन दिन में 10 विपक्षी दल के नेताओं से मुलाकात की।
राहुल गांधी से लेकर शरद यादव तक से मिले
इसमें कांग्रेस के राहुल गांधी, आप के अरविंद केजरीवाल, शरद पवार, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के नेता डी.राजा, सपा नेता अखिलेश यादव उनके पिता मुलायम सिंह मेदांता अस्पताल में मुलाकात की। इसके बाद वह इनेलो के नेता ओमप्रकाश चोटाला, शरद यादव से मिले।
दोनों बच्चों के पिता अलग-अलग हैं
एक महिला एक साथ दो पुरुषों के बच्चों को जन्म दिया है। दोनों बच्चे अब आठ माह के हैं। डीएनए टेस्ट में इसका खुलासा हुआ है। मामला पुर्तगाल के राज्य गोयस का है, जहां एक 19 वर्षीय महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया लेकिन दोनों के पिता अलग-अलग हैं।
बच्चे रंग-रूप में एक लेकिन डीएनए रिपोर्ट अलग
बच्चे रंग-रूप में तो एक से हैं लेकिन उनकी डीएनए रिपोर्ट अलग-अलग है। इस संबंध में महिला ने अपनी पहचान छुपाने की शर्त पर बताया कि अपने बच्चों को डीएनए टेस्ट कराया तो रिपोर्ट अलग आईं।
एक ही दिन में पति समेत दूसरे शख्स से बनाए थे संबंध
इस पर उसे ध्यान आया कि उसने एक दिन में ही पति के अलावा दूसरे शख्स से भी संबंध बनाए थे, जिसके डीएनए से दूसरे बच्चे की रिपोर्ट मिलती है।
पति ही कर रहा है दोनों की परिवरिश
बर्थ सर्टिफिकेट में उसके पति का नाम ही दर्ज है और वह ही परवरिश कर रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक यह बहुत रेयर केस में ऐसा होता है।
याकूब मेमन की कब्र पर मार्बिल और एलईडी लाइटिंग
मुंबई ब्लास्ट के दोषी रहे याकूब मेमन की कब्र पर मार्बल और एलईडी लाइटिंग करवाई गई थी। महाराष्ट्र में सियासत गर्माने पर मुंबई पुलिस ने कब्र से लाइटिंग हटवा दी है।
भाजपा नेता ने सोशल मीडिया पर फोटो डाले
भाजपा नेता रामकदम ने सोशल मीडिया पर फोटो जारी कर कहा कि एक आतंकी की कब्र पर आखिर सजावट क्यों की गई है।
वर्ष 1993 के बम ब्लास्ट में हुई थी फांसी की सजा
ज्ञात रहे कि याकूब मेनन को 1993 के बम ब्लास्ट में दोषी पाये जाने पर फांसी की सजा दी गई थी। वर्ष 2015 में याकूब को फांसी देने के बाद भाजपा की सरकार ने उसके शव को परिजनो को सौंप दिया, जबकि आतंकियों के शव परिजनों को नहीं सौपे जाते हैं। परिजनों ने शव दफना दिया, जिसके बाद इसे पक्का कर एलईडी लाइट लगवा दी गई थीं। भाजपा ने इस मामले में उद्धव सरकार को घेरा है।