आगरालीक्स…(5 November 2021 Agra News) आगरा मेट्रो की स्पीड बहुत तेज (फोटोज देखें). डिपो में दो किमी. से अधिक कंपाउंड बाउंड्री वॉल तैयार. कास्टिंग यार्ड में 101 डबल टी गर्डर की कास्टिंग भी पूरी.
स्पीड में आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा मेट्रो निर्माण परियोजना का काम तेज गति के साथ किया जा रहा है। यूपीएमआरसी द्वारा बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड में 101 डबल टी गर्डर की कास्टिंग पूरी हो गई है। वहीं, पीएसी परिसर में बन रहे आगरा मेट्रो के प्रथम डिपो में 2 किमी से अधिक कम्पाउंड बाउंड्री वॉल बनकर तैयार हो गई है। इस उपलब्धि के लिए यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने आगरा मेट्रो टीम को बधाई दी है।
यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि आगरा मेट्रो द्वारा 25 मई, 2021 को डबल टी गर्डर की कास्टिंग का काम शुरू किया था । इसके बाद महज 164 दिनों में 101 डबल टी गर्डर बनकर तैयार हो गए हैं। साथ ही श्री कुमार केशव ने बताया कि अबतक 81 डबल टी गर्डर का सफलतापूर्वक परिनिर्माण किया जा चुका है। प्रायोरिटी कॉरिडोर के तीन ऐलिवेटिड स्टेशनों के कॉन्कोर्स निर्माण के लिए कुल 144 डबल टी गर्डर का निर्माण किया जाना है।
देश में पहली बार यूपी मेट्रो ने किया प्रयोग
बता दें कि देश में पहली बार उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा कानपुर मेट्रो में कॉन्कोर्स निर्माण के लिए डबल टी गर्डर का सफलतापूर्वक प्रयोग किया गया, इसके बाद आगरा मेट्रो में भी कॉन्कोर्स निर्माण के लिए डबल टी गर्डर का प्रयोग किया जा रहा है। डबल टी गर्डर अग्रेजी भाषा के अक्षर ‘टी’ के जोड ‘ जैसा दिखता है, इसलिए इसको डबल टी गार्डर कहा जाता है। आगरा मेट्रो में प्रयोग होने वाले डबल टी गर्डर की चौड़ाई 3.7 मीटर व लंबाई 11 मीटर है, जबकि इसका वजन लगभग 33 टन है।
पारंपरिक प्रणाली की तुलना में बेहतर है डबल टी गर्डर
पारंपरिक तौर पर ऐलिवेटिड स्टेशनों के निर्माण में साइट पर ही शटरिंग लगाकर कॉन्क्रीट से कॉन्कोर्स का निर्माण किया जाता था, जिसमें समय व लागत दोनों अधिक लगती थी और निर्माण स्थल के आस-पास यातायात प्रबंधन भी एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन डबल टी गर्डर के प्रयोग से ऐसी कोई परेशानी नहीं होती। डबल टी गर्डर को कास्टिंग यार्ड में तैयार करके सीधे साइट रख दिया जाता है जिससे समय व बचत के साथ ही राहगीरों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।
इतना काम हुआ पूरा
ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच बन रहे प्रयोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में कुल 682 पाइल, 171 पाइलकैप व 171 पीयर (पिलर) का निर्माण किया जाना है, जिसमें से अबतक 647 पाइल, 133 पाइल कैप एवं 120 पीयर (पिलर) का निर्माण किया जा चुका है। इसके साथ ही अबतक 32 पीयरकैप का सफलतापूर्वक परिनिर्माण किया जा रहा है।
2 किमी से अधिक बाउंड्री वॉल बनकर हुई तैयार
पीएसी परिसर में आगरा मेट्रो के प्रथम डिपो का निर्माण तेज गति के साथ किया जा रहा है। डिपो परिसर में अबतक 2 किमी से अधिक कंपाउंड बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जा चुका है। डिपो परिसर में अबतक पीईबी तकनीक के जरिए कवर्ड स्टेब्लिंग शेड, पिट व्हील लेथ एवं इंटीग्रेटिड वर्कशॉप का निर्माण जारी है। इसके साथ ही ऑटो कोच वॉश एवं कम्बाइन्ड वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है।
तय समय से पूरा हो रहा काम
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा लखनऊ मेट्रो का निर्माण रिकॉर्ड टाइम में पूरा कर उत्कृष्टता की मिसाल पेश की जा चुकी है। यूपीएमआरसी ने लखनऊ मेट्रो का निर्माण तय समय से 36 दिन पूर्व लगभग 4.5 साल मे पूरा किया था। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का काम भी तेज गति के साथ किया जा रहा है। इस वर्ष नवंबर में कानपुर मेट्रो मेट्रो का ट्रायल रन शुरू होना है। ऐसे में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का काम भी तय समय से लगभग 2 वर्ष पहले पूरा कर लिया जाएगा।